गजराराजा मेडिकल कॉलेज का जायजा लेने आए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग जेएएच की अव्यवस्थाएं देखकर हैरान रह गए। उन्हें वार्ड की जगह रास्ते में मरीज लेटे मिले तो कचरे से भरे डस्टबिन से गिरती गंदगी दिखाई दी। यही नहीं ड्रिप बिना डिस्टिल्ड वाटर के लगी भी दिख गई। यह सब देखकर तमतमाए मंत्री ने जेएएच के अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ से सवाल किए और जब उन्होंने कहा कि सफाई करने वाली कंपनी यूडीएस हमारी नहीं सुनती तो मंत्री ने कंपनी को हटाने के निर्देश दिए।
साथ ही हाइट्स का एक महीने का भुगतान रोकने के लिए कहा। करीब तीन घंटे जीआरएमसी परिसर में रहे श्री सारंग ने कॉर्डियोलॉजी के बाहर पलंग रखने के लिए कहा तो उनके शहर से जाने से पहले ये व्यवस्था हो गई। मंत्री ने संभागायुक्त आशीष सक्सेना को सख्ती से व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।
इलाज; मरीज को लगी बोतल में दवा ही नहीं।
व्यवस्था; टूटा फर्श और उस पर लेटा मरीज।
एक्शन में मंत्री हर अव्यवस्था पर तत्काल समाधान
- डॉक्टरों को जांच के हर पर्चे पर अपना नाम लिखकर सील भी लगानी होगी।
- फर्जी भर्ती मामले में संभागायुक्त को 3 दिन में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा।
- न्यूरोलॉजी को दिए जाएंगे डॉक्टर।
- जेएएच में जल्द श़ुरू होगी कार्डियक सर्जरी, प्रस्ताव भोपाल मंगवाया गया।
- प्रदेश में मरीज मित्र योजना शुरू होगी, लोग अस्पताल में आकर कर सकेंगे समाज सेवा।
- एचएमआईएस सख्ती से करें लागू।
24 घंटे 7 दिन एमआरआई चालू रखने के आदेश
हजीरा निवासी आशा पाल ने मंत्री से कहा, मेरे बच्चे की एमआरआई होनी है। ये लोग 8 दिन से परेशान कर रहे हैं। सुपर स्पेशलिटी के अधीक्षक डॉ. जीएस गुप्ता बोले-आज सरकारी छुट्टी है सिर्फ दो घंटे की ओपीडी थी। मंत्री ने कहा, यह गलत बात है। अगर किसी को इमरजेंसी है तो दो घंटे की ओपीडी में इनकी जांच क्यों नहीं हो सकती है। अभी जांच कराएं। मंत्री ने डीन और अधीक्षक से कहा, आप देखिए। इसे 24 घंटे सातों दिन चलाएं। मंत्री ने भास्कर से कहा, मैंने डॉक्टरों की बैठक में कहा है कि मुझे गुटबाजी नहीं चाहिए।