नई दिल्ली. दिव्यांगों के डाक सहायक बनने की राह आसान हो गई है. क्योंकि केंद्रीय मुख्य नि:शक्त आयुक्त कार्यालय ने अंग्रेजी विषय की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है. नि:शक्त आयुक्त की तरफ से यह फैसला आयुक्त में लगाई गई एक याचिका की सुनवाई के दौरान सुनाया गया.
दरअसल, डाक विभाग द्वारा इस पद के लिए जारी विज्ञापन में सामान्य श्रेणी के प्रतिभागियों के साथ दिव्यांगों के लिए भी हाई स्कूल में अंग्रेजी विषय अनिवार्य किया गया था. जबकि दिव्यांगों को हाई स्कूल में हिंदी व अंग्रेजी में से किसी एक भाषा में छूट मिलती है. ऐसे में कई दिव्यांग पढ़ाई के दौरान अंग्रेजी विषय नहीं लेते है. इस वजह से ग्राम डाक सहायक पद के लिए अंग्रेजी विषय की अनिवार्यता होने से दिव्यांगों को परेशानी आ रही थी. जिसकी वजह से ऐसे आवेदकों के आवेदन स्वीकार नहीं किए जा रहे थे.
इस मामले को लेकर स्थानीय आनंद सर्विस सोसायटी के सचिव ज्ञानेन्द्र पुरोहित ने केंद्रीय मुख्य नि:शक्त आयुक्त कार्यालय में याचिका लगाई थी. जिसके बाद मुख्य नि:शक्तजन आयुक्त ने आदेश जारी कर ग्राम डाक सहायक की भर्ती के लिए दिव्यांगों के लिए अंग्रेजी विषय की अनिवार्यता को खत्म कर दिया.
जानकारी के मुताबिक इंदौर में करीब एक हजार दिव्यांग 10वीं और 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं. पिछले साल करीब दो हजार से ज्यादा दिव्यांगों को सरकारी नौकरी मिल चुकी है. इनमें कई दिव्यांग पीथमपुर व सांवेर के फैक्टरियों, होटल आदि में काम कर रहे हैं.