कर्नाटक के शिवमोगा में गुरुवार रात 10.20 बजे डायनामाइट ब्लास्ट हुआ, जिसमें 8 मजदूरों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। शुक्रवार सुबह पुलिस और अधिकारियों की टीम घटनास्थल हुनासोडू गांव पहुंची। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है।
जिस गाड़ी में विस्फोटक ले जाया जा रहा था, उसके परखच्चे उड़ गए।
पुलिस के मुताबिक, पत्थरों को तोड़ने के लिए विस्फोटक (जिलेटिन की छड़ें) ले जाया जा रहा था, तभी शिवमोगा के अब्बलगेरे गांव के पास ब्लास्ट हो गया। धमाका इतना तेज था कि शिवमोगा के नजदीकी जिले चिकमंगलूर तक इसकी आवाज सुनाई दी और आसपास के इलाकों में भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए।
कुछ लोगों का दावा है कि एक के बाद एक 50 डायनामाइट ब्लास्ट हुए। धमाके की वजह से आसपास के घरों के शीशे टूट गए। लोगों को लगा कि भूकंप आया, इसलिए लोग घबराहट में घरों से बाहर आ गए। विस्फोटक की गंध भी 8-10 किमी तक महसूस की गई। शिवमोगा कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का गृह जिला है।
धमाके के बाद घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। लोगों ने फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की।
पूरे इलाके की घेराबंदी की गई
शिवमोगा ग्रामीण के विधायक अशोक नाइक ने बताया कि हर जगह धुआं ही धुआं था। कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। शिवमोगा के डिप्टी कमिश्नर केबी शिवकुमार ने बताया कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। उन्होंने घटनास्थल पर और विस्फोटक पड़ा होने की आशंका जताई है।
धमाका इतना तेज था कि लोग घरों के बाहर निकल आए।
प्रधानमंत्री ने संवेदना जताई
शिवमोगा हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘लोगों के जान गंवाने को लेकर दुखी हूं। उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। हादसे से प्रभावित हुए लोगों को राज्य सरकार जल्द मदद पहुंचाएगी।’