पश्चिम बंगाल में ममता सरकार की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही। एक के बाद एक तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। इसी बीच TMC विधायक वैशाली डालमिया ने पार्टी के वर्क कल्चर पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ लोग दूसरों को काम नहीं करने दे रहे। ऐसे लोग दीमक की तरह पार्टी को अंदर ही अंदर खोखला कर रहे हैं।
वैशाली पूर्व BCCI अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का बेटी हैं और वर्तमान बोर्ड प्रेसिडेंट सौरव गांगुली की करीबी मानी जाती हैं। वह बल्ली विधानसभा से चुनाव जीतकर आईं थी।
पार्टी के अंदर कलह : वैशाली
वैशाली ने कहा कि पिछले 3-4 सालों से पार्टी में लोग एक-दूसरे को काम नहीं करने दे रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं, जिनके दिल में कार्यकर्ताओं के लिए प्यार नहीं बचा और न ही इन्हें राज्य की जनता के भले की चिंता है। इन्हें सिर्फ अपने आप से मतलब है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में ममता सरकार के मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने दुखी होकर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और अब उन्हें पार्टी के लोगों के हमले का सामना करना पड़ रहा है। ये ऐसे लोग हैं, जो दूसरी पार्टियों से ही नहीं बल्कि अपनी पार्टी के अंदर ही लड़ते रहते हैं। इन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी कोई लगाव नहीं है।
3 दिन पहले बंगाल के खेल मंत्री ने दिया था इस्तीफा
इससे पहले राज्य के खेल मंत्री और पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने अब तक विधायकी नहीं छोड़ी है। इसे पर ममता ने कहा था कि इस्तीफा कोई भी दे सकता है।
TCM में टूट जारी
इससे पहले 19 दिसंबर को TMC छोड़ चुके और ममता के खास रहे पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने भाजपा का दामन थाम लिया था। उनके साथ सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 MLA ने भी भाजपा ज्वाइन की थी। इनमें 5 विधायक तृणमूल कांग्रेस के ही थे।
ये विधायक भाजपा में शामिल हुए थे
इससे पहले तापसी मंडल, अशोक डिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, शीलभद्र दत्ता, दिपाली बिस्वास, शुक्र मुंडा, श्यांपदा मुखर्जी, बिस्वजीत कुंडू और बानाश्री मैती ने पिछले महीने भाजपा ज्वाइन की थी।
गांगुली के भी भाजपा में शामिल होने की अटकलें
गांगुली जबसे BCCI के अध्यक्ष बनें हैं, तभी से उनके भाजपा ज्वाइन करने की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। हाल ही में वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिलने गए थे। इसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे थे कि सौरव जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
इसके बाद गांगुली हार्ट प्रॉब्लम की वजह से हॉस्पिटल में एडमिट हुए। इस दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर उनका हाल चाल जाना था। वहीं, प. बंगाल के राज्यपाल राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उनसे मिलने पहुंची थीं।