नई दिल्ली: साल 2020 में कोरोना महामारी के पूरी दुनिया थम गईण् वर्ल्ड वाइड करीब 80 लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हुएण् इनमें करीब 17.5 लाख की मौत हुई. भारत में भी 1 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए, 1.47 लाख मौतें हुईं. लॉकडाउन के कारण दुनिया के देशों के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी विपरीत असर पड़ा. अगर हम कोरोना काल में नेगेटिविटी ढूंढें तो बातें खत्म नहीं होंगी. इसलिए हम इस विपरीत परिस्थिति में भी देश की अचीवमेंट्स क्या रहीं इस बारे में बात करेंगे. साल 2020 में ही भारत ब्रिटेन और फ्रांस को पीछे छोड़ दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना. इसके अलावा रोहतांग में ऐतिहासिक अटल टनल बनकर तैयार हुआ. आइए जानते हैं कोरोना काल में भारत की ऐसी ही कुछ बेहतरीन उपलब्धियों के बारे में...
1. चीफ ऑफ डिफेंस्ट स्टाफ का गठन
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्तिप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2019 में 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से घोषणा की थी कि भारत में जल्द ही चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का गठन होगा. जनरल बिपिन रावत ने 1 जनवरी 2020 को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ’सीडीएस’ का पद संभाला. इसके साथ ही भारतीय सैन्य अधिकारियों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई. इससे पहले वह थलसेना के प्रमुख पद से रिटायर हुए थे. सीडीएस 4 स्टार वाला अफसर होता है. भारत में सीडीएस की अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष होती है. भारतीय सैन्य इतिहास में बिपिन रावत से पहले केएम करियप्पा और सैम मानेकशॉ ही 4 स्टार अफसर रहे थे.
2. ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़ भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़ भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाफरवरी 2020 में आई ''वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू'' की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन और फ्रांस को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया. भारत की जीडीपी 2.94 ट्रिलियन डॉलर रही, जबकि ब्रिटेन की 2.83 ट्रिलियन डॉलर और फ्रांस की 2.71 ट्रिलियन डॉलर रही. भारत की अर्थव्यवस्था में सर्वाधिक 60% योगदान सर्विस सेक्टर का रहा.
3. रोहतांग पास पर अटल टनल का निर्माण
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के ड्रीम प्रोजेक्ट रोहतांग टनल का उद्घाटनप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर 2020 को पूर्व पीएम अटल बिहारी के ड्रीम प्रोजेक्ट रोहतांग टनल का उद्घाटन किया. इस प्रोजेक्ट की रूप रेखा अटल जी के प्रधानमंत्री रहते तैयार हुई थी, लेकिन इसका काम 2014 तक लटका रहा. हालात, यह थे कि 10 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ था. मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने रोहतांग टनल प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य को फास्ट ट्रैक कर दिया. नतीजन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण 9.02 किलोमीटर लंबी यह सुरंग 6 वर्ष के अंदर बनकर तैयार हो गई.
चूंकि इस टनल के निर्माण का सपना अटल जी ने देखा तो, इसलिए मोदी सरकार ने इसका नामकरण भी उनके नाम पर ’अटल टनल’ कर दिया. इस सुरंग के बन जाने से मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई. यात्रा का समय 4 से 5 घंटे कम हो गया. अटल टनल मनाली को लाहौल स्पीति घाटी से वर्ष भर जोड़े रखती है. पहले सर्दी के मौसम में भयंकर बर्फबारी के कारण लाहौल स्पीति घाटी करीब 6 महीने देश के शेष हिस्से से कटी रहती थी.