उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर जेल प्रशासन विवादों में घिर गया है। दरअसल, यहां रेप के दोषी आसाराम की फोटो लगाकर कैदियों को कंबल बांटे गए। इसी शहर की लड़की के साथ रेप करने का आसाराम पर आरोप है। पीड़ित के पिता ने जेल प्रशासन की इस बेपरवाही पर कड़ी आपत्ति जताई है। उधर, जेल प्रशासन ने चुप्पी साध ली है।
कैदियों को कंबल जेल प्रशासन की मौजूदगी में बांटे गए।
गवाह की हत्या के आरोपियों ने कंबल बांटे
जेल प्रशासन ने प्रेस नोट जारी करके इसे सरकारी कार्यक्रम बना दिया। प्रेस नोट में बताया गया कि, लखनऊ स्थित आसाराम बापू आश्रम की तरफ से कंबल भेजे गए हैं। अर्जुन और नारायण पांडेय उर्फ पुष्पेंद्र पांडेय की तरफ से कंबल बांटे गए। हैरानी की बात है कि अर्जुन और पुष्पेंद्र आसाराम केस में गवाह की हत्या के आरोपी हैं। वे इसी जेल में बंद रहे हैं और फिलहाल जमानत पर हैं।
कंबल बांटने के इस कार्यक्रम को शाहजहांपुर जेल ने सरकारी कार्यक्रम बना दिया। इसके लिए बाकायदा प्रेस नोट जारी किया गया।
सोशल मीडिया से हटाई गई फोटो
जेल के अंदर बांटे गए कंबल का प्रेस नोट और फोटो वायरल होने के बाद शाहजहांपुर में रहने वाले पीड़िता के पिता ने कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने इस प्रकरण की जांच की मांग की है। हालांकि, सोमवार देर शाम प्रेस नोट और फोटो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो सोशल मीडिया से फोटो डिलीट कर दी गई।
आसाराम उम्रकैद की सजा काट रहा
आसाराम ने 2013 में शाहजहांपुर की ही एक छात्रा से रेप किया था। 2018 में राजस्थान की जोधपुर कोर्ट ने इस मामले में आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।