समस्या कैसी भी हो, अगर हम उसकी जड़ को यानी उसकी वजह को समझ लेंगे तो हमें उस समस्या को आसानी से हल कर सकते हैं। इस संबंध में एक लोक कथा प्रचलित है। जानिए ये कथा...
लोक कथा के अनुसार, पुराने समय में एक विद्वान संत के आश्रम में एक नया शिष्य आया। पहले ही दिन शिष्य ने गुरु से कहा कि गुरुजी मुझे कोई ऐसा तरीका बता दीजिए, जिससे मैं हर परेशानी को हल कर सकूं। मैं सफल इंसान बनना चाहता हूं।
गुरु ने नए शिष्य से कहा कि ठीक है, मैं तुम्हें कामयाबी का रास्ता बता तो दूंगा, लेकिन पहले तुम मेरी बकरी को खूंटे से बांध दो। ये बात कहते हुए गुरु ने बकरी की रस्सी शिष्य को पकड़ा दी।
बकरी बहुत आक्रामक स्वभाव की थी। वह संत के अलावा किसी और के काबू में नहीं आती थी। जैसे ही रस्सी लड़के ने पकड़ी बकरी उछल-कूद करने लगी। नया शिष्य कोशिश करने लगा कि किसी तरह इसे खूंटे से बांध दिया जाए। बहुत कोशिश करने के बाद भी लड़का उस बकरी को खूंटे से बांध नहीं पा रहा था।
जब लड़के को ये समझ आया कि इसे आसानी से बांधा नहीं जा सकता है तो उसने चतुराई से काम लिया। लड़के ने पहले बकरी को पकड़ा और उसके चारों पैर रस्सी से बांध दिए। इसके बाद आराम से उसने बकरी को खूंटे बांध दिया।
ये सब संत देख रहे थे। संत प्रसन्न हो गए और उन्होंने कहा कि तुमने दिमाग का बहुत अच्छा इस्तेमाल किया है। अगर हम इसी तरह किसी भी समस्या की जड़ को यानी वजह को पकड़ लेंगे तो वह समस्या बहुत ही आसानी से हल हो जाएगी और हमें सफलता मिल जाएगी।