नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 13वां दिन है। किसानों की सरकार के साथ बुधवार को यानी कल छठे दौर की बातचीत होनी है। इससे पहले हरियाणा के किसान दो गुटों में बंट गए हैं। 1.20 लाख किसानों ने सरकार को चिट्ठी लिखकर कृषि कानूनों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि नए कानूनों को वापस नहीं लेना चाहिए। हरियाणा के फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस (FPOs) से जुड़े किसानों ने यह बात कही है। हालांकि, उन्होंने किसानों के सुझावों के मुताबिक कानूनों में संशोधन करने की सिफारिश की है।
हरियाणा-दिल्ली के 6 बॉर्डर बंद
13 दिन से प्रदर्शन कर रहे किसानों से दिल्ली चौतरफा घिर चुकी है। आज भारत बंद की अपील की है। 20 सियासी दल और 10 ट्रेड यूनियंस किसानों के भारत बंद का सपोर्ट कर रहे हैं। हरियाणा से लगते दिल्ली के 4 बॉर्डर पूरी तरह बंद हैं, 2 बॉर्डर सिर्फ हल्के वाहनों के लिए खुले हैं।
किसानों ने कहा- आम आदमी को परेशान नहीं होने देंगे
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे। जो लोग 2-3 घंटे के लिए बंद में फंस जाएंगे, हम उन्हें पानी और फल पहुंचाएंगे।