नई दिल्ली। 2020 में लगातार रिकॉर्ड बना रही मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक और रिकॉर्ड बनाया है। 2020 की भारतीय कंपनियों की फॉर्च्यून 500 लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज लगातार दूसरी बार टॉप पर रही है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) को लगातार दूसरे साल पछाड़कर रिलायंस ने यह उपलब्धि हासिल की है। यह लिस्ट वित्त वर्ष 2019-20 के वित्तीय आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है।
फिर दूसरे स्थान पर रही IOCL
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी IOCL भारतीय कंपनी की फॉर्च्यून-500 लिस्ट में लगातार दूसरी बार दूसरे स्थान पर रही है। 2010 में शुरुआत से लेकर 2018 तक IOCL फॉर्च्यून-500 लिस्ट में टॉपर थी। 2020 में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) तीसरे स्थान पर रही है। देश के सबसे बड़े बैंक में शुमार भारतीय स्टेट बैंक (SBI) इस बार चौथे स्थान पर रहा है। भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड पांचवें स्थान पर रही है।
टॉप-10 में तेल एवं गैस कंपनियों का दबदबा
2020 की फॉर्च्यून-500 लिस्ट में तेल एवं गैस कंपनियों का दबदबा रहा है। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, IOCL, ONGC और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड टॉप-10 में शामिल रही हैं। इस लिस्ट में टाटा मोटर्स (छठे), राजेश एक्सपोर्ट्स (7वें), टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (8वें), आईसीआईसीआई बैंक (9वें) और लार्सन एंड टूब्रो (10वें) स्थान पर रही हैं। कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग कारोबार करने वाली से लार्सन एंड टूब्रो पहली बार इस लिस्ट में टॉप-10 में शामिल हुई है।
38 कंपनियों का रेवेन्यू 50 हजार करोड़ रु. के पार
2020 की फॉर्च्यून-500 लिस्ट में शामिल 38 कंपनियों का रेवेन्यू 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा रहा है। इन कंपनियों के रेवेन्यू की 500 कंपनियों के कुल रेवेन्यू में 60% हिस्सेदारी रही है। वहीं, 139 कंपनियों का रेवेन्यू 3 हजार करोड़ रुपए से कम रहा है। 500 कंपनियों के कुल रेवेन्यू में इन कंपनियों की सिर्फ 4% हिस्सेदारी रही है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की 303 कंपनियों को इस लिस्ट में स्थान मिला है। कुल रेवेन्यू में इन कंपनियों की 62% हिस्सेदारी रही है।
सर्विसेज सेक्टर की 145 कंपनियां शामिल
2020 की फॉर्च्यून-500 लिस्ट में सर्विसेज सेक्टर की 145 कंपनियां शामिल रही हैं। कुल रेवेन्यू में इन कंपनियों की 33% हिस्सेदारी रही है। 2020 की लिस्ट में ऑयल एंड गैस कंपनियों का बड़ा प्रभाव रहा है। इस सेक्टर की कंपनियों के रेवेन्यू की कुल रेवेन्यू में 22% हिस्सेदारी रही है। इसमें 7% भागीदारी के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज टॉप पर रही है।