मोदी बोले- महर्षि अरबिंदो ने विदेशों से सीखने का विरोध नहीं किया, यही आत्मनिर्भर भारत की वोकल फॉर लोकल भावना

Posted By: Himmat Jaithwar
11/29/2020

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उनके रेडियो कार्यक्रम मन की बात में कहा कि आज जब हम आत्मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं, तब महर्षि अरबिंदो याद आते हैं। उन्होंने खुद की क्षमता पर भरोसा करने की बात कही। अरबिंदो ने विदेशों से सीखने का विरोध नहीं किया। यही आत्मनिर्भर भारत की वोकल फॉर लोकल भावना है।

मोदी ने कहा कि अरबिंदो कहते थे कि राष्ट्र की शिक्षा स्टूडेंट की दिल-दिमाग की ट्रेनिंग होनी चाहिए। उन्होंने शिक्षा की जो बात तब कही थी, वह आज हम नई शिक्षा नीति के माध्यम से कर रहे हैं।

मोदी के संबोधन की प्रमुख बातेंः

  • कृषि की पढ़ाई कर युवा अपने आसपास के किसानों को उनसे जुड़ी बातें समझाएं। इससे किसानों को फायदा होगा। करीब एक साल पहले हमें कोरोना के बारे में पता चला था। अब वैक्सीन की चर्चा होने लगी है, लेकिन लापरवाही घातक है।
  • कोरोना कालखंड के बावजूद हमने हैरिटेज वीक मनाते देखा। दिल्ली में हमारे संग्रहालय में कई सराहनीय प्रयास किए गए हैं। अब आप घर बैठे इसे देख पाएंगे। हाल ही में एक इंटरेस्टिंग फैक्ट पढ़ा। नॉर्वे के स्वालबर्ड द्वीप में बहुमूल्य डेटा को ऐसा रखा गया है कि मानवीय आपदाओं से इस पर प्रभाव न पड़े।
  • अजंता की गुफाओं की पेंटिंग्स को संजोने का काम चल रहा है। प्रकृति को देखने के नजरिए में बदलाव आया है। इंटरनेट चेरी ब्लॉसम से भरा पड़ा है। शिलॉन्ग की तस्वीरें भरी पड़ी हैं। डॉ. सलीम अली की 125वीं जयंती मनाई जा रही है। उन्होंने पक्षियों के लिए काफी काम किया है। भारत में बहुत सी बर्ड वॉचिंग संस्थाएं सक्रिय हैं।
  • बीते दिनों मुझे भी पक्षियों के बीच समय बिताने का मौका मिला था। कई लोग पक्षियों की खोज में भारत आए और यहीं के होकर रह गए। इन्हीं में से जोनस हैं जो ब्राजील में लोगों को उपनिषद पढ़ाते हैं। स्टॉक से लेकर स्प्रिचुअलिटी तक उनकी यात्रा रही। वे 4 साल तमिलनाडु के गुरुकुल में रहे। वे अपने मैसेज को आगे पहुंचाने के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हैं। वे 1.5 लाख स्टूडेंट्स को पढ़ा चुके हैं।
  • अभी एक खबर आपका ध्यान गया होगा। न्यूजीलैंड की एक सांसद ने गौरव शर्मा ने दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक संस्कृत में शपथ ली। हम कामना करते हैं कि वे नई उपलब्धियां प्राप्त करेंगे। कल गुरुनानक देव जी का 551वां प्रकाश दिवस मनाएंगे। दुनियाभर में उनके संदेश सुनाई देते हैं। वे कहते थे कि सेवक का काम सेवा करना है।
  • बीते सालों में सेवा करने के कई मौके आए और गुरु साहब ने हमसे कई सेवाएं लीं। गुरु साहब की कृपा रही कि उन्होंने मुझे सेवा के लिए करीब से जोड़ा। कच्छ के लखपत गुरुद्वारा की मरम्मत कराई गई। इसकी यूनेस्को ने भी तारीफ की। इस गुरुद्वारे में असीम शांति मिलती है।
  • पिछले दिनों कई यूनिवर्सिटीज की एजुकेशनल एक्टिविटी से जुड़ने का मौका मिला। विश्वविद्यालय मिनी इंडिया की तरह होता है। वहां विविधता के साथ न्यू इंडिया (इनोवेशन) भी दिखता है। एक बात जानने में मेरी यह रुचि रहती है कि किसी संस्थान के एल्युमिनाई कौन हैं? स्कूल से निकलने का बाद दो चीजें कभी खत्म नहीं होती। स्कूल-कॉलेज का प्रभाव और उस संस्थान के प्रति लगाव।
  • इसी से इस बात का जन्म होता है कि हम अपने संस्थानों के लिए कुछ करना चाहते हैं। आज एल्युमिनाई अपने संस्थानों को बहुत कुछ दे रहे हैं। ये सभी चीजें वर्तमान छात्रों के ज्ञान को और समृद्ध करते हैं। जब कुछ लौटाने की बात आती है तो कुछ छोटा-बड़ा नहीं होता। बिल्डिंग बनवाना हो, स्किल डेवलपमेंट करना हो, इसमें पुराने छात्र अहम रोल निभा रहे हैं।
  • पिछले साल करतारपुर कॉरिडोर का खुलना ऐतिहासिक रहा। ये सौभाग्य है कि हमें दरबार साहिब की सेवा का सौभाग्य मिला। इससे दुनियाभर की संगत पास आ गई है। मानवता की सेवा की ये परंपरा हमारे लिए प्रेरणा का काम करती है।
  • इससे पहले, मोदी ने कहा कि देश के लाेगों को एक खुशखबरी देना चाहता हूं। मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा कनाडा से भारत आ रही है। यह 100 साल पहले 1913 में वाराणसी से चुराकर भेजी गई थी। मैं कनाडा सरकार का आभार व्यक्त करता हूं। मां अन्नपूर्णा का काशी से गहरा संबंध। इस प्रतिमा का वापस आना हमारे लिए सुखद। ऐसा करने वाले गिरोह पर सख्ती लगाई जा रही है। भारत प्रतिमाएं वापस लाने का प्रयास कर रहा है।

लोगों से मांगे थे सुझाव

मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि हर बार मन की बात में हम उन लोगों की कामयाबी का जश्न मनाते हैं, जो समाज के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। कई ऐसे उदाहरण वक्त की कमी के कारण साझा नहीं हो पाते। मैं बहुत से सुझाव पढ़ता हूं और वे वाकई बहुत कीमती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि मुझे पहले से जीवन यात्रा को प्रेरित करने वाली कई दिलचस्प जानकारियां मिली हैं। आप NaMo App, MyGov पर अपने विचार साझा करते रहें या 1800-11-7800 पर अपना संदेश रिकॉर्ड करें। मन की बात पीएम का रेडियो प्रोग्राम है। यह हर महीने के आखिरी रविवार को ब्रॉडकास्ट किया जाता है।



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