मुंबई: कोरोना वायरस (CoronaVirus) के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) में फिर से लॉकडाउन (Lockdown 2.0) लगाया जा सकता है. उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) ने संकेत दिए हैं कि राज्य सरकार आने वाले दिनों में कोरोना के प्रकोप को सीमित करने के लिए लॉकडाउन लगा सकती है.
लापरवाही पर नाराजगी
लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए पवार ने कहा कि हम संबंधित विभागों से बात कर रहे हैं. अगले 8-10 दिनों के लिए स्थिति की समीक्षा करेंगे और फिर लॉकडाउन के बारे में आगे निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि संक्रमण के मामलों में कमी नहीं आई, तो सख्त कदम उठाने होंगे.
त्योहारों को दोषी ठहराया
उपमुख्यमंत्री ने कोरोना की बढ़ती रफ्तार के लिए एक तरह से त्योहारों को दोषी बताया. उन्होंने कहा, ‘दिवाली के समय भारी भीड़ थी. गणेश चतुर्थी के समय भी हमने भीड़ देखी. दिवाली की भीड़ देखकर तो ऐसा लग रहा था मानो भारी भीड़ के कारण कोरोना की ही मौत हो गई. अब जब ये आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है, तो हमें ज्यादा सावधानी बरतनी होगी’.
मुख्यमंत्री ने की तारीफ
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को लोगों को संबोधित करते हुए उनके संयम और अनुशासन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोगों ने पूर्व में संयम से काम लिया, उसके चलते राज्य में कोरोना को नियंत्रित किया जा सका है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर सतर्कता बरती जानी चाहिए.
मैं नाराज भी हूं
ठाकरे ने कहा, ‘हमने सावधानी के साथ अपने सभी त्योहार मनाए. चाहे वह गणेशोत्सव हो या दशहरा. यहां तक कि दिवाली पर मैंने आपसे आतिशबाजी न करने का अनुरोध किया और आपके उसे माना भी. इसी वजह से कोरोना के खिलाफ जंग में हमारी स्थिति बेहतर है’. मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए आगे कहा, ‘लेकिन मैं आपसे थोड़ा नाराज भी हूं. मैंने पहले ही कहा था कि दिवाली के बाद भीड़ उमड़ेगी और ऐसा ही हुआ. मैंने बहुत से लोगों को बिना मास्क से देखा, जो बेहद खतरनाक है. यह मत सोचिये कि कोरोना खत्म हो गया है, पश्चिमी देशों का हाल हमारे सामने है. कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर सुनामी जितनी ही खौफनाक है’.