नई दिल्ली: नगरोटा (Nagrota) में शुक्रवार सुबह हुए आतंकी हमले पर भारत (India) ने सख्त रूख अपना लिया है. पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक के बाद शनिवार को भारत ने पाकिस्तान (Pakistan) के दूतावास प्रभारी को तलब करके आतंकी घटना पर कड़ा विरोध जताया.
मारे गए आतंकियों से पाकिस्तान में बने फोन बरामद
बता दें कि पिछले साल पुलवामा अटैक होने के बाद से दोनों देशों में उच्चायुक्त तैनात नहीं है. ऐसे में दोनों देशों के दूतावास प्रभारी एंबेसी का काम संभाल रहे हैं. नगरोटा अटैक (Nagrota attack) में मारे गए चारों आतंकियों के पास से पाकिस्तान की कंपनी के बनाए हुए मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. इसके साथ ही बरामद हुए कई दूसरे सामानों से इस हमले में पाकिस्तान और जैश ए मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) की साजिश सामने आई है.
पाकिस्तान के दूतावास प्रभारी से जताया गया प्रोटेस्ट
पीएम नरेंद्र मोदी की शुक्रवार शाम देश की सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ हुई बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने शनिवार सुबह पाकिस्तान के दूतावास प्रभार को तलब उन्हें नगरोटा हमले में पाकिस्तानी मिलीभगत पर कड़ा विरोध जताया. इस मौके पर प्रभारी को एक प्रोटेस्ट नोट भी सौंपा गया. जिसमें जैश ए मोहम्मद की ओर से किए गए नगरोटा हमले पर 'गहरी चिंता' जताई गई.
अपनी सुरक्षा के लिए सभी उपाय करेगा भारत
प्रोटेस्ट नोट में भारत ने सख्त तरीके से पाकिस्तान को कहा कि वह आतंकियों को समर्थन करना बंद करे और अपनी सरजमीन पर चल रहे आतंकियों को ठिकानों को ध्वस्त करे. भारत ने चेतावनी दी कि वह अपनी जमीन की सुरक्षा करने के लिए सभी उपायों को अपनाने के लिए 'दृढ और निश्चित' है.
भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान को दी चेतावनी
उधर भारतीय नौसेना ने भी पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी जारी की है. वाइस एडमिरल एम एस पवार ने कहा है कि समंदर के रास्ते किसी भी संभावित आतंकी हमले पर पलटवार करने के लिए नौसेना तैयार है. उन्होंने चेतावनी दी कि समंदर के रास्ते आने वाले किसी भी आतंकी खतरे को सख्ती के साथ खत्म कर दिया जाएगा. बता दें कि चार देशों के बीच चल रहा मालाबार ज्वाइंट एक्सरसाइज का दूसरा चरण शुक्रवार को खत्म हुआ है. इस एक्सरसाइज में भारत-जापान-अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया था.