अमेरिका में 24 घंटे में 1.16 लाख केस, WHO ने कहा- यूरोप में हालात बेहद खतरनाक

Posted By: Himmat Jaithwar
11/6/2020

वॉशिंगटन। दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.90 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 49 लाख 74 हजार 120 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 12.38 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। अमेरिका में कोरोनावायरस का कहर बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यहां 24 घंटे में एक लाख से ज्यादा केस सामने आए। यूरोप में तो हालात और खराब होते जा रहे हैं। इसको लेकर डब्ल्यूएचओ ने वॉर्निंग भी दी है।

अमेरिका में संक्रमण और तेज
अमेरिका में संक्रमण की रफ्तार बहुत तेजी से बढ़ रही है। चुनावी गहमागहमी के बीच संक्रमण के बढ़ते मामलों पर बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं दी जा रही। ‘द गार्जियन’ के मुताबिक, 8 दिन में तीसरी बार आंकड़ा एक लाख से ज्यादा हुआ। बुधवार को यहां 1 लाख 16 मामले सामने आए। इसके एक दिन पहले यानी मंगलवार को एक लाख 14 हजार मामले सामने आए थे। चुनावी रैलियों का दौर थम चुका है, लेकिन अब भी सियासी जोर आजमाइश जारी है। भीड़ तो है ही, लोग मास्क लगाने से भी परहेज कर रहे हैं।

डब्ल्यूएचओ की चेतावनी
WHO के मुताबिक, यूरोप में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं और ये खतरनाक स्तर पर पहुंचने लगे हैं। फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, बेल्जियम और इटली में कोरोना की दूसरी लहर घातक साबित हो रही है। फ्रांस में हर दिन 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा जर्मनी और बेल्जियम में 30 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। सरकारों की दिक्कत ये है कि वे जब भी सख्ती करती हैं, तभी विरोध शुरू हो जाता है। संगठन के यूरोप प्रभारी हेन्स क्लूज ने कहा- हम यहां कोरोना विस्फोट देख रहे हैं। 10 लाख से ज्यादा मामले 2 दिन में सामने आए हैं। हमें बहुत ईमानदारी से इन हालात का मुकाबला करना होगा।

WHO के यूरोप प्रभारी हेन्स क्लूज ने बुधवार को कहा- हम यहां कोरोना विस्फोट देख रहे हैं। 10 लाख से ज्यादा मामले 2 दिन में सामने आए हैं।
WHO के यूरोप प्रभारी हेन्स क्लूज ने बुधवार को कहा- हम यहां कोरोना विस्फोट देख रहे हैं। 10 लाख से ज्यादा मामले 2 दिन में सामने आए हैं।

फ्रांस प्रतिबंध नाकाम
फ्रांस में लॉकडाउन का असर नहीं हो रहा है। दूसरा लॉकडाउन लगाए करीब एक हफ्ता गुजर चुका है, लेकिन अब तक संक्रमण की दर में कोई कमी नहीं आई। बुधवार को भी यहां 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। इसी दौरान एक हजार लोगों को गंभीर स्थिति में हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। दूसरी तरफ, लॉकडाउन के बावजूद मामले बढ़ने के बाद एमैनुएल मैक्रों सरकार दबाव में है। लोगों का कहना है कि लॉकडाउन हटा लेना चाहिए क्योंकि यह बेअसर साबित हो रहा है। हर दिन मामले बढ़ते जा रहे हैं। देश में अब कुल मामले करीब 15 लाख हो चुके हैं।

पेरिस के बाजार सूने पड़े हैं। फ्रांस में एक महीने का लॉकडाउन है, लेकिन अब तक इसका फायदा होता नहीं दिखा है। इसकी वजह यह है कि हर दिन औसतन 50 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं।
पेरिस के बाजार सूने पड़े हैं। फ्रांस में एक महीने का लॉकडाउन है, लेकिन अब तक इसका फायदा होता नहीं दिखा है। इसकी वजह यह है कि हर दिन औसतन 50 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं।



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