नई दिल्ली:नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा के कई स्वरूपों को पूजा जाता है.वैसे तो हमारे देश में मां के अनगिनत मंदिर हैं जहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है, लेकिन मां की एक शक्तिपीठ पाकिस्तान में भी स्थित है, जहां नवरात्रि के नौ दिनों तक शक्ति की उपासना का विशेष आयोजन किया जाता है.देश विदेश से यहां भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं.पाकिस्तान में केवल अजान ही नहीं बल्कि माता के मंदिर की गूंज भी सुनाई देती है.
बलूचिस्तान क्षेत्र में मां हिंगलाज का एक सिद्ध मंदिर है.ये मंदिर 'नानी मां का मंदिर' नाम से भी जाना जाता है.पाकिस्तान में स्थित होने के साथ-साथ इसकी देखभाल भी पाकिस्तानी द्वारा बड़ी श्रद्धा के साथ की जाती है.
51 शक्तिपीठों में से एक है हिंगलाज माता मंदिर
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिंगोल नदी के पास स्थित हिंगलाज माता मंदिर हिन्दू भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र हैं.ये प्रधान 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है.
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'नानी मां का मंदिर' बलूचिस्तान के पहाड़ी इलाके में एक संकरी घाटी में एक छोटी प्राकृतिक गुफा में बना हुआ है. मंदिर 200 साल से अधिक पुराना है. यहां इंसान की बनाई हुई कोई प्रतीमा नहीं है बल्कि एक मिट्टी की वेदी बनी है जहां एक छोटे आकार के शिला की हिंगलाज माता के प्रतिरूप के रूप में पूजा की जाती है.
बता दें कि बलूचिस्तान एक समय में हिन्दू बहुल क्षेत्र माना जाता था. तालिबानी कहर और धार्मिक कट्टरवाद के चलते यहां से हिन्दुओं की जनसंख्या कम हो गई है.वर्तमान में पाकिस्तान में हिन्दुओं की आबादी लगभग 25 लाख है जबकि कुल आबादी 13 करोड़ है.