नई दिल्ली: भारत (India) की सैन्य क्षमता में और इजाफा हुआ है. मिसाइल परीक्षण (Missile test) में लगातार आगे बढ़ रहे भारत ने गुरुवार को वारहेड के साथ नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Nag anti-tank guided missile) के अंतिम चरण का सफलतापूर्वक परीक्षण कर दिया है. मिसाइल का परीक्षण सुबह 6:45 बजे राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज (Pokhran field firing ranges Rajsthan) में किया गया है.
डीआरडीओ ने की विकसित
नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है. पिछले डेढ़ महीने के दौरान डीआरडीओ का यह 12वीं मिसाइल का सफल सिस्टम परीक्षण है. बीते दिनों डीआरडीओ प्रमुख जी सतीश रेड्डी (DRDO Chief G. Satish Reddy) ने इस बारे में आगे के इरादे भी जाहिर कर दिए थे. उन्होंने एक बयान में कहा ता कि डीआरडीओ स्वदेशी मिसाइलों को तैयार करने में जुटा हुआ है. जल्द ही मिसाइल क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा.
चीन को लगातार संदेश
बता दें कि इन मिसाइल परीक्षणों की टाइमिंग बेहद अहम है. ऐसे में सीमा पार चीन (China) से तनाव जारी है उसी बीच भारत की ताकत भी हर रोज बढ़ रही है. इसी क्रम में आज बारूदी सुरंग रोधी प्रणाली से लैस स्वदेशी स्टील्थ युद्धपोत आईएनएस कवरात्ती (INS Kavaratti) भी नौसेना (Indian Navy) के बेड़े में शामिल किया जाएगा. भारत की बढ़ती सैन्य ताकत से चीन बेहद परेशान है.