रियो डी जेनेरियो: ब्राजील (Brazil) के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो (Jair Bolsonaro) एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हालांकि, इस बार वजह कोरोना वायरस को लेकर उनकी नासमझी नहीं बल्कि भ्रष्टाचार है. पुलिस ने कोरोना महामारी के लिए आवंटित फंड के दुरुपयोग के संबंध में बोलसोनारो के एक सहायक को गिरफ्तार किया है. पुलिस को आरोपी के पास से कुछ कैश भी बरामद हुआ है, लेकिन आरोपी ने पैसा जहां छिपाकर रखा था उसे देखकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए.
बरामद किए $5,300
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, सीनेट में राष्ट्रपति के डिप्टी लीडर चिको रॉड्रिक्स (Chico Rodrigues) के घर पुलिस ने कोरोना से जंग के लिए आवंटित फंड के दुरुपयोग के सिलसिले में छापेमारी की थी. इस दौरान, संघीय अधिकारियों ने करीब $5,300 बरामद किए, जिसमें से कुछ पैसा रॉड्रिक्स ने अपने अंडरवियर के अंदर छिपा रखा था. ब्राजील के प्रमुख मीडिया आउटलेट O Globo, Folha de S. Paulo और Estadao की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने जांच में पाया कि रॉड्रिक्स ने कुछ पैसा अंडरवियर के अंदर अपने नितंबों के बीच छिपा रखा था.
कुछ नोटों पर लगा था मल
ब्राजील की पत्रिका रेविस्टा क्रूसो ने तो यहां तक बताया है कि कुछ नोटों पर मल लगा हुआ था, जिसके चलते जांच अधिकारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि, रॉड्रिक्स ने किसी भी तरह की नकदी मिलने के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा, ‘मुझे बेवजह निशाना बनाया जा रहा है. मैं केवल एक विधायक के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहा था’.
मीडिया पर साधा निशाना
इस बीच, राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने मीडिया पर अपनी सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि मीडिया उनकी सरकार को भ्रष्ट साबित करने में तुली है, इसलिए इस तरह की खबरों को उठाया जा रहा है. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का क्रेडिट खुद लेते हुए कहा, ‘यह ऑपरेशन इस बात का उदाहरण है कि मेरी सरकार में कोई भ्रष्टाचार नहीं है और सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है, फिर चाहे आरोपी कोई भी हो’.
ट्विटर पर कर रहा ट्रेंड
बहरहाल राष्ट्रपति कुछ भी कहें, लेकिन सोशल मीडिया पर #PropinaNaBunda ट्रेंड कर रहा है. जिसका अर्थ है रिश्वत का पैसा नितंब से बरामद किया गया. कुछ लोगों ने लिखा है कि यह घटना इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है. मालूम हो कि राष्ट्रपति बोलसोनारो खुद को भ्रष्टाचार-निरोधी अभियान का अगुवा करार देते हैं, ऐसे में उनके करीबी पर भ्रष्टाचार के आरोपों में कार्रवाई से उन पर भी सवाल उठ रहे हैं.