प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक पार्टनर्स ने रिलायंस रिटेल में 3,675 करोड़ रुपए का निवेश करने का फैसला किया है। इस एवज में उसे रिलायंस रिटेल में 0.84% हिस्सेदारी मिलेगी। रिलायंस रिटेल में यह तीसरा निवेश है। यह निवेश 4.28 लाख करोड़ रुपए की इक्विटी वैल्यू पर किया जाएगा। यह जानकारी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्टॉक एक्सचेंज को दी है। अटलांटिक ने जियो प्लेटफॉर्म में 6,598 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
अबु धाबी की मुबादला भी निवेश करने की योजना बना रही है
दूसरी ओर अबु धाबी की मुबादला इन्वेस्टमेंट भी 7,500 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बना रही है। इसने जियो प्लेटफॉर्म में निवेश किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल वेंचर रिलायंस रिटेल में वही कंपनियां निवेश कर सकती हैं, जिन्होंने जियो प्लेटफॉर्म में निवेश किया था। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले समय में टीपीजी भी निवेश कर सकती हैं। फिलहाल आज की डील मिलाकर कुल तीन कंपनियों ने रिलायंस रिटेल में निवेश किया है।
ज्यादा हिस्सा खरीदने पर कम वैल्यूएशन पर होगी डील
रिलायंस रिटेल में भी मुकेश अंबानी वही आइडिया अपना रहे हैं जो उन्होंने जियो में हिस्सेदारी के समय अपनाया था। रिलायंस रिटेल में जो पहले के दो निवेश थे, उनको 4.21 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन पर हिस्सेदारी मिली थी। जबकि जनरल अटलांटिक को 4.28 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन पर हिस्सेदारी मिली है। यानी जो कंपनियां ज्यादा निवेश करेंगी उनके लिए कम वैल्यूएशन लगाया जाएगा।
सिल्वरलेक और केकेआर ने एक प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदी, जबकि जनरल अटलांटिक ने इससे कम शेयर खरीदे। सिल्वर लेक ने 1.75% और केकेआर ने 1.28% हिस्सेदारी खरीदी है।
दो कंपनियों ने किया था 13 हजार करोड़ का निवेश
अभी तक रिलायंस रिटेल में सिल्वर लेक ने 7,500 करोड़ और केकेआर ने 5,500 करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह दोनों वही कंपनियां हैं, जिन्होंने रिलायंस जियो में निवेश किया था। सिल्वर लेक का तो पैसा भी रिलायंस के पास आ गया है। वैश्विक स्तर के प्रमुख प्राइवेट इक्विटी फंड इस समय रिलायंस इंडस्ट्रीज पर भरोसा जता रहे हैं, इसलिए रिलायंस की दूसरी कंपनियों में निवेश कर रहे हैं। रिलायंस रिटेल वेंचर की फिलहाल वैल्यूएशन 4.21 लाख करोड़ रुपए है, जिस पर यह कंपनियां निवेश कर रही हैं।
जियो का वैल्यूएशन 4.91 लाख करोड़ रुपए
रिलायंस जियो में इन कंपनियों ने 4.91 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन पर निवेश किया था। इस तरह से जियो की तुलना में रिटेल का वैल्यूएशन कम है। हालांकि हाल में फ्यूचर ग्रुप के बिजनेस को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 27,000 करोड़ रुपए में खरीदा है। इससे आनेवाले समय में रिलायंस रिटेल का वैल्यूएशन बढ़ सकता है।
जियो में 1.52 लाख करोड़ रुपए का निवेश
रिलायंस जियो में कुल 1.52 लाख करोड़ रुपए का निवेश आया है। जबकि रिटेल से भी मुकेश अंबानी इतना ही निवेश जुटाना चाहते हैं। रिलायंस ग्रुप पर 1.60 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था और जियो के पैसे से कंपनी नेट डेट फ्री हो गई है। ऐसे में रिटेल में आने वाले निवेश से मुकेश अंबानी आगे के विस्तार पर पैसे लगाएंगे। इसलिए आनेवाले समय में करीबन 10 कंपनियां रिलायंस रिटेल में हिस्सा खरीद सकती हैं।