इंदिरा गांधी नहर परियाेजना की अनूपगढ़ शाखा की हाे रही रीलाइनिंग के काम में भ्रष्टाचार की शिकायत पर एसीबी श्रीगंगानगर की टीम ने शनिवार काे छापा मारा। माैके से हाे रहे और हाे चुके निर्माण कार्य में से नमूने लिए गए हैं। इनकी राज्य प्रयाेगशाला से गुणवत्ता की जांच करवाई जाएगी। रिपाेर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसीबी श्रीगंगानगर के डीएसपी वेदप्रकाश लखाेटिया ने बताया कि एसीबी मुख्यालय काे किसी ने इस संबंध में शिकायत भेजी थी।
इस पर जाेधपुर डीआईजी डाॅ. विष्णुकांत के आदेश पर चाैकी के कार्यवाहक एएसपी गणेशनाथ सिद्ध के निर्देशन में चाैकी से उनके साथ सीआई विजेंद्र शीला ने आईजीएनपी की अनूपगढ़ शाखा के आरडी 137 से 195 के बीच हाे रही रीलाइनिंग का निरीक्षण किया। एसीबी टीम ने जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की माैजूदगी और देखरेख में आरडी 153.300 और 155.100 से दाे-दाे नमूने लिए हैं।
इनमें दाेनाें जगह से नहर के बैड और साइड स्लाेप की करवाई जा चुकी लाइनिंग के नमूने शामिल हैं। इन नमूनाें काे सील माेहर कर पीडब्ल्यूडी श्रीगंगानगर वृत कार्यालय स्थित गुणवत्ता परीक्षण प्रयाेगशाला काे भिजवाया जाएगा। वहां से गुणवत्ता की रिपाेर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञाें की टीम थी एसीबी के साथ अधिकारियाें के सामने लिए नमूने
एसीबी चाैकी के डीवाइएसपी वेदप्रकाश लखाेटिया ने बताया कि इस संबंध में एसीबी की ओर से गुणवत्ता परीक्षण प्रयाेगशाला के तकनीकी विशेषज्ञाें की दाे सदस्यीय टीम गठित की थी। इसमें श्रीगंगानगर वृत कार्यालय स्थित गुणवत्ता परीक्षण प्रयाेगशाला से तकनीकी विशेषज्ञ जुगलसिंह, एईएन विजयकुमार माैजूद थे। टीम ने जल संसाधन विभाग के श्रीविजयनगर कार्यालय के एक्सईएन संदीप भाटी, एईएन महेश कालड़ा व जेईएन लाेकेश रावत की माैजूदगी में एसीबी टीम ने चल रहे काम और हाे चुके काम के नमूने लिए।
58 आरडी मुख्य शाखा का हाे रहा है काम
राज्य सरकार की ओर से अनूपगढ़ शाखा की रीलाइनिंग का यह दूसरा फेज है। आरडी 137 से 195 तक की 58 आरडी एरिया में रीलाइनिंग का काम आईजीएनपी श्रीविजयनगर एक्सईएन की निगरानी में हाे रहा है। एसीबी ने 137 से शुरू हाेकर यह काम 155 आरडी तक पहुंच चुके काम के नमूने लिए हैं। इस एरिया काे काेटा की गुडविल एडवांस कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा पक्का किया जा रहा है। 195 आरडी तक हाे रही सीसी रीलाइनिंग के काम पर राज्य सरकार 42 कराेड़ रुपए खर्च कर रही है ताकि आईजीएनपी के श्रीविजयनगर, रामसिंहपुर, अनूपगढ़, घड़साना, रावला और 365 हैड तक के सिंचित क्षेत्र काे पूरा पानी मिल सके। इससे पहले इस नहर की लाइनिंग ईंटाें की थी। लेकिन अब गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पूरी लाइनिंग काे ही सीसी करवाया जा रहा है।
आईजीएनपी मुख्य शाखा की आरडी 243 से निकलती है अनूपगढ़ ब्रांच, 365 हैड है आखिरी छाेर
आईजीएनपी की मुख्य नहर की आरडी 274 पर अनूपगढ़ ब्रांच का हैड है। यहां से शुरू हाेकर यह नहर रावला से 20 किलाेमीटर आगे अंतरराष्ट्रीय बाॅर्डर की ओर 365 हैड पर खत्म हाेती है। वहां पर बीडी, केवाईडी व केएलडी तीन छाेटी नहराें में बंट जाती है। 321 से 350 आरडी की रीलाइनिंग का काम पहले फेज में पूरा करवाया जा चुका है। अाईजीएनपी की 243 से 273 आरडी तक काे पावर रिच के नाम से जाना जाता है। जीराे से 137 आरडी तक का काम भी पहले पूरा हाे चुका है। इसे हरियाणा की फर्म ने पक्का किया था।