महाराष्ट्र में ठाणे स्थित भिवंडी में सोमवार तड़के एक तीन मंजिला बिल्डिंग गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई। अभी भी मलबे में 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है। स्थानीय नागरिकों ने 19 लोगों को बाहर निकाला। एनडीआरएफ की टीम राहत और बचावकार्य में जुटी है। मलबे से एक बच्चे को निकाला गया।
स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हैं।
हादसा रविवार रात 3.40 बजे हुआ। इस समय ज्यादातर लोग सो रहे थे। बताया जाता है कि मुंबई में पिछले दिनों हुई भारी बारिश की वजह से बिल्डिंग कमजोर हो चुकी थी। इसमें 21 परिवार रहते थे। एनडीआरएफ की टीम ने सोमवार सुबह मलबे से एक बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, बिल्डिंग 1984 में बनी थी।
बिल्डिंग के चारों तरफ घना इलाका है।
सरकार ने कहा- अवैध निर्माण पर कार्रवाई तय हो
महाराष्ट्र सरकार में गृह निर्माण मंत्री जितेन्द्र आव्हाण ने कहा कि 1986 में इस बिल्डिंग का निर्माण हुआ था। इसे खाली करने का नोटिस दिया गया था। कानूनी झंझट के कारण इसे खाली नहीं किया गया। कुछ दिन पहले मैंने इसको लेकर एक मीटिंग की थी। मैं इस बात को दोहरा रहा हूं कि अवैध निर्माण को लेकर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जब तक इलाके के पुलिस और वार्ड ऑफिसर पर जिम्मेदारी तय नहीं होती तब तक ऐसी चीजें नहीं रुकेंगी।
बिल्डिंग जर्जर हालत में थी, कई बार नोटिस भी दिया गया।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक जताया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हादसे पर दुख जताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- ‘‘मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता देने की कोशिशें की जा रही हैं।’’
ये 10 लोग मारे गए
1). जुबेर कुरैशी (30 साल)
2). फैजा कुरैशी (5 साल)
3). आयशा कुरैशी (7 साल)
4). बब्बू (27 साल)
5). फातिमा जुबैर बाबू (2 साल)
6). फातिमा जुबैर कुरैशी (8 साल)
7). उजेब जुबैर (6 साल)
8). अस्का आबिद अंसारी (14 साल)
9). अंसारी दानिश अलिद (12 साल)
10). सिराज अहमद शेख (28 साल)
फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत और बचावकार्य जारी है।