पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने उन्हें चीफ सिलेक्टर बनने का ऑफर दिया है और वे पाकिस्तान क्रिकेट में बड़ी जिम्मेदारी निभाने को तैयार हैं। हालांकि, अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। उन्होंने गुरूवार को यूट्यूब शो 'क्रिकेट बाज' पर यह बात कही। फिलहाल, मिस्बाह-उल-हक हेड कोच के साथ ही चीफ सिलेक्टर की दोहरी भूमिका निभा रहे हैं। उनका बोझ कम करने के लिए ही अख्तर को यह जिम्मेदारी देने पर विचार हो रहा है।
वहीं, पीसीबी की नई कोड ऑफ एथिक्स पॉलिसी के तहत कोई व्यक्ति एक से ज्यादा पद पर नहीं रह सकता है। ऐसे में मिस्बाह दो पद नहीं संभाल सकते हैं। अख्तर ने कहा कि हां इस बारे में कुछ बातें, तो हुई है। मैं अभी तो फिलहाल इतना ही बता सकता हूं, अभी कुछ पक्का नहीं है। मैंने अब तक हामी नहीं भरी है और न ही उन्होंने अपनी तरफ से कोई ठोस फैसला लिया है।
मैं अब पाकिस्तान क्रिकेट को बेहतर बनाने के लिए रिस्क ले सकता हू:अख्तर
इस पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे कहा कि मैं बहुत ही आरामदायक जिंदगी जीता हूं। मैंने अपनी शर्तों पर क्रिकेट खेली है। लेकिन अब मैं आराम छोड़ने के लिए तैयार हूं और देश के क्रिकेट को बेहतर बनाने के लिए कोई भी रिस्क ले सकता हूं। मैं सलाह देने से डरता नहीं हूं। मुझे मौका मिलता है, तो मैं समय देने के लिए तैयार हूं। हालांकि, अख्तर ने पीसीबी के शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई चर्चा की जानकारी देने से इनकार कर दिया।
'मुझे वेतन की जरूरत नहीं है'
अख्तर ने कहा है कि अगर मैंने पीसीबी का ऑफर स्वीकार कर लिया, तो मैं पहला ऐसा खिलाड़ी बनूंगा, जो नौकरी से बड़ा होगा। मैं यह कहना पसंद नहीं करता, लेकिन यह सच्चाई है। देखो मुझे नौकरी नहीं चाहिए और मुझे वेतन की जरूरत भी नहीं है। मुझे तो वर्ल्ड स्तर के खिलाड़ियों का पूल बनाना है, जो लंबे समय तक क्रिकेट की सेवा करें। वे आक्रामक मानसिकता के साथ और बिना डरे देश के लिए खेलें।
उन्होंने आगे कहा कि अगर पीसीबी मुझ पर भरोसा जताते हुए जिम्मेदारी सौंपती है, तो मैं वसीम अकरम और जावेद मियांदाद जैसे मैच विनर खिलाड़ी बनाने की कोशिश करूंगा। मैं ऐसे 15 खिलाड़ी रखना चाहता हूं, जो अपने दम पर टीम को जीत दिलाने की काबिलियत रखते हों।