अगस्त महीने में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड से जमकर पैसे निकाले हैं। यह निकासी सभी स्कीम्स जैसे इक्विटी, डेट, हाइब्रिड और लिक्विड फंड्स में दिखी है। निवेशकों ने लिक्विड फंड से कुल 15,814 करोड़ रुपए निकाले हैं। इस फंड का उपयोग कॉर्पोरेट द्वारा कुछ समय तक पैसे रखने के लिए किया जाता है। पूरी म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री से अगस्त महीने में 14 हजार करोड़ रुपए की निकासी की गई है। कुल असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 27.7 लाख करोड़ रुपए रहा है।
इक्विटी स्कीम से 4 हजार करोड़ निकाले
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एंफी) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त महीने में इक्विटी स्कीम से कुल 4 हजार करोड़ रुपए की निकासी की गई है। जुलाई महीने में इसी स्कीम से 2,480 करोड़ रुपए निकाले गए थे। इक्विटी स्कीम में अन्य कैटिगरी की बात करें तो लॉर्ज कैप स्कीम से सबसे ज्यादा 1,553 करोड़ रुपए निकाले गए हैं। इसके बाद मल्टी कैप से 1,157 करोड़ रुपए निवेशकों ने निकाले हैं।
इक्विटी बाजार में तीन प्रतिशत के करीब रही तेजी
विश्लेषकों के मुताबिक अगस्त महीने में इक्विटी बाजार में तीन प्रतिशत की तेजी रही है। इस वजह से निवेशकों ने इसमें से पैसे निकाले हैं। जिसका असर म्यूचुअल फंड की स्कीम्स पर दिखा है। भारतीय शेयर बाजार लगातार तीसरे महीने बढ़ा है। इस दौरान कॉर्पोरेट की आय मजबूत होने के साथ-साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा निवेश भी मजबूत रहा है।
कोविड का असर कम होगा
पिछले कुछ समय से ऐसी उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था में तेजी से टर्नअराउंड होगा। साथ ही कोविड का असर भी वैक्सीन आने से कम होने लगेगा। पिछले दो महीनों से हालांकि निवेशकों ने बाजार में मुनाफा वसूली की है। क्योंकि मार्च की तुलना में सेंसेक्स में 50 प्रतिशत की तेजी से निवेशकों ने अच्छी कमाई की है। इसी कारण म्यूचुअल फंड पर इसका असर दिखा है।
ईएलएसएस, फोकस्ड स्कीम से भी निकाले गए पैसे
इक्विटी सेगमेंट की बात करें तो ईएलएसएस, फोकस्ड स्कीम और सेक्टरल फंड में से पैसे निकाले गए हैं। बाजार में उतार-चढ़ाव और चुनौती भरे आर्थिक माहौल के बावजूद रिटेल निवेशकों ने लगातार निवेश किया है। डेट फंड की बात करें तो इसमें लिक्विड फंड का हाल सबसे बुरा रहा है। लिक्विड फंड का उपयोग मुख्य रूप से कॉर्पोरेट करता है जो अपने ज्यादा पैसों को कुछ दिनों के लिए इसमें रखता है। इसमें से 15,814 करोड़ रुपए निकाले गए हैं।
ओवरनाइट फंड से 10,298 करोड़ निकले
इसी तरह ओवरनाइट फंड स्कीम से 10,298 करोड़ रुपए निवेशकों ने निकाले हैं। लिक्विड फंड और ओवरनाइट फंड ने निवेशकों को सबसे कम रिटर्न दिया है। लिक्विड फंड और ओवरनाइट फंड ने पिछले महीने 0.2 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। निवेशकों ने अपना फोकस अल्ट्रा शॉर्ट टर्म और लो ड्यूरेशन डेट फंड की ओर किया है। फिक्स्ड इनकम वाले निवेशकों ने कॉर्पोरेट बांड, बैंकिंग एंड पीएसयू डेट और शॉर्ट टर्म बांड फंड्स में निवेश किया है। इन पांचों कैटिगरी में से निवेशकों ने कुल 13 हजार करोड़ रुपए की निकासी की है।
डेट फंड से 9 हजार करोड़ निकले
डेट फंड से अगस्त महीने में कुल 9 हजार करोड़ रुपए निकाले गए हैं। हाइब्रिड स्कीम की बात करें तो इसमें से 2,355 करोड़ रुपए निवेशकों ने निकाले हैं। लंबे समय से इस कैटिगरी से निवेशक पैसे निकाल रहे हैं। ईटीएफ सेगमेंट की बात करें तो इसमें 1,721 करोड़ रुपए अगस्त महीने में आए हैं।