चीन के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के एक गांव से पांच लड़कों को अगवा कर लिया। इनके साथ दो और लोग भी थे, जो खुद को बचाने में कामयाब रहे। घटना नाछो क्षेत्र की है। यह सुबानसिरी जिले में आता है। गांव के लोग आज भारतीय सेना के अफसरों से मुलाकात के लिए जाने वाले हैं।
राज्य के कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने ट्विटर पर अगवा किए गए लड़कों नाम भी बताए। एरिंग ने कहा- चीन के सैनिकों ने नाछो कस्बे में रहने वाले पांच लड़कों को अगवा किया है। घटना ऐसे वक्त हुई, जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस और चीन के रक्षा मंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए या चीन की सेना) की इस हरकत से बेहद गलत संदेश जाएगा। चीन को माकूल जवाब जरूर दिया जाना चाहिए।
एरिंग ने ट्वीट के साथ फेसबुक का एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। इसमें बताया गया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने किन भारतीयों को अगवा किया है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि इन पांच लड़कों को कब किडनैप किया गया।
तागिन समुदाय के हैं लड़के
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगवा किए गए सभी पांच लड़के तागिन समुदाय के है। चीनी सैनिक नाछो क्षेत्र के जंगल से इन्हें उठा ले गए। यह क्षेत्र सुबानसिरी जिले में आता है। घटना की जानकारी इनके एक रिश्तेदार के जरिए सामने आई। इसके बाद कांग्रेस विधायक ने ट्वीट किया। अगवा किए गए पांच लड़कों के नाम इस तरह हैं- टोक सिंग्काम, प्रसात रिंगलिंग, दोंग्तु इबिया, तानु बेकर और नागरू दिरि। इन लोगों के साथ गांव के दो और लोग थे, लेकिन ये भागने में कामयाब रहे।
हैरानी की बात यह है कि समुदाय या गांव के लोगों ने भारतीय सैनिकों को इस घटना की जानकारी नहीं दी। कुछ लोगों ने शनिवार को बताया कि वे भारतीय सेना को घटना की जानकारी देने जा रहे हैं। गांव में डर का माहौल है।
मार्च में भी यही हरकत की थी
इसी साल मार्च में चीन पर इसी क्षेत्र के 21 साल के लड़के को किडनैप करने का आरोप लगा था। यह गांव मैकमोहन लाइन के करीब है। कांग्रेस विधायक एरिंग ने शनिवार को इसी क्षेत्र के पांच लड़कों के अपहरण का आरोप चीन पर लगाया।
लड़कों को अगवा किए जाने की बात ऐसे वक्त सामने आई है जब लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक चीन सैन्य तैनाती बढ़ा रहा है। पैंगोंग सो झील पर उसके कब्जे की कोशिश को भारतीय सेना नाकाम कर चुकी है। इसके दक्षिणी हिस्से में मौजूद पहाड़ियों पर अब हमारे सैनिक तैनात हैं।