वैष्णो देवी की यात्रा पर...पांच महीने बाद वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत आज से हो गई है। सुबह 6 बजे से यात्री दर्शन के लिए जा रहे हैं। अभी भीड़ काफी कम है, स्थानीय लोग ही दर्शन के लिए जा रहे हैं। खासकर कि ऐसे भक्त जो यहां दर्शन के लिए महीने-दो महीने में आते रहते हैं। अभी सुबह 8 बजे तक करीब 20 से 22 भक्त दर्शन के लिए जा चुके हैं। कोरोना के चलते इस बार यात्रा में विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं। यात्रियों के टेंपरेचर जांच के लिए ऑटोमेटिक मशीन लगाई गई है और उन्हें सैनेटाइज किया जा रहा है, इसके बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है।
वैष्णो देवी की यात्रा का पारंपरिक मार्ग बाणगंगा है। यहां स्थित दर्शनी गेट से यात्रा शुरू होती है। यहां से मां के दरबार की दूरी करीब 14 किमी है।
इससे पहले श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार यहां सुबह आए थे। उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया। इस बार यात्रा के लिए पिट्ठू और खच्चर की व्यवस्था नहीं है। पैदल ही मास्क लगाकर 14 किमी की यात्रा करनी है। इससे पहले आने वाले यात्रियों की हेल्थ जांच के लिए मेडिकल टेंट और डॉक्टरों की टीम तैनात करने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक यह व्यवस्था शुरू नहीं हो सकी है।
यात्रा पर जाने वाले भक्तों के लिए सर्कल बनाए गए हैं ताकि सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन किया जा सके।
श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार यहां सुबह आए थे। उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया।
दर्शन करने पहुंचे यहां के स्थानीय पंकज शर्मा ने बताया कि उन्होंने दर्शन के लिए कल रजिस्ट्रेशन कराया था। आज वे दर्शन के लिए जा रहे हैं। लंबे समय बाद यात्रा शुरू हो रही है, इसको लेकर वे काफी खुश हैं। वे हर महीने यहां दर्शन के लिए आते रहते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वे नहीं आ पा रहे थे।
यात्रा पर जाने वाले भक्तों की टेंपरेचर जांच के लिए ऑटोमेटिक मशीन लगाई गई है।
बाहर से आने वाले भक्तों के लिए क्या करना जरूरी
- कोरोना टेस्ट करवाकर आएं और रिपोर्ट साथ में लाएं। हालांकि एक रैपिड टेस्ट यहां भी होगा।
- मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करके रखें।
- फेस मास्क या कवर लेकर आएं।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा लें।
- होटल की बुकिंग भी ऑनलाइन शुरू हो चुकी हैं, आप पहले ही करवा सकते हैं।
- कटरा तक ट्रेनें अभी नहीं चल रही हैं, इसलिए आपको जम्मू से टैक्सी के जरिए कटरा आना होगा। जम्मू में टैक्सी मिल रही है।
- साथ में छाता भी लाएं, ताकि बारिश होने पर खुद का बचाव कर सकें।