तमिलनाडु के अदानुराय जिले में 3 महिलाओं ने डैम में डूब रहे लड़कों को बचाने के लिए अपनी साड़ी उतारी और आपस में बांधकर उन्हें बचाया। इन महिलाओं का नाम सेंतामिझ सेल्वी, मुथामाल और अनंतावली है।
यह घटना कोट्टाराई गांव की है। ये महिलाएं नदी के किनारे कपड़े धो रहीं थीं। इस दौरान 12 लड़के डैम में नहा रहे थे। इनमें से चार लड़के डूबने लगे। तभी इन तीनों महिलाओं ने साड़ियों को आपस में बांधा और मदद के लिए फेंका।
इनमें से दो लड़कों को तो उन्होंने बचा लिया लेकिन उन्हें इस बात का दुख है कि वे दो लड़कों को बचाने में वे असफल रहीं। ये महिलाएं पानी के अंदर थीं लेकिन डूबते हुए दो और लड़कों तक नहीं पहुंच पाईं।
पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश की वजह से डैम का स्तर बढ़कर 15 से 20 फीट हो गया है। इन महिलाओं का कहना है कि जब लड़के यहां आए तब हम नहाकर कपड़े धो चुके थे। उस वक्त हम घर जाने की तैयार में ही थे।
लड़कों ने डैम देखा और हमसे पूछने लगे कि क्या हम यहां नहा लें। हमने उनसे कहा कि ज्यादा गहराई में मत जाना। इस डैम में पानी ज्यादा है। लेकिन तभी चार लड़के फिसले और डैम में जा गिरे।
तभी हमने अपनी साड़ी को आपस में बांधा और इन लड़कों की तरफ फेंका। लेकिन सिर्फ दो ही लड़के कार्तिक और सेंथीवेलन साड़ी के सहारे बाहर आ सके। जो दो लड़के नहीं बच पाए उनके नाम पतित्रन (उम्र 17 वर्ष) और रंजीत ( उम्र 25 वर्ष) है। इनमें से रंजीत ट्रेनी डॉक्टर था। जहां ये दोनों डूबे, वहां पानी बहुत गहरा था।