चायवाले की होनहार बेटी थी सुदीक्षा, मेहनत के बलबूते 4 करोड़ रु की स्कॉलरशिप हासिल की थी; पिता ने कहा- मुझे नहीं, बेटी को इंसाफ चाहिए

Posted By: Himmat Jaithwar
8/11/2020

सबसे खतरनाक होता है सपनों का मर जाना...कवि पाश की लिखी ये कविता आज उन तमाम बेटियों पर सच साबित हो रही है, जिन्होंने ग्रेटर नोएडा की सुदीक्षा भाटी को देखकर ऊंची उड़ान का सपना संजोया था। सुदीक्षा ने अपनी मेहनत के बलबूते पर अमेरिका में पढ़ाई की कामयाबी हासिल की थी। हालांकि, उसके लिए यह आसान नहीं था। पिता चाय बेचकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। सोमवार दोपहर मामा के घर जाते वक्त बुलंदशहर के रास्ते में शोहदे की छेड़खानी ने उसकी जान ले ली। सुदीक्षा बाइक सवार मनचले से बचकर आगे बढ़ रही थी, तभी बैलेंस बिगड़ने से सड़क पर गिरी और उसकी मौत हो गई।

पिता ने कहा- आज फिर एक तारा टूट गया
होनहार बेटी को खोने के गम से पूरा परिवार टूट गया है। पिता जितेंद्र भाटी चाय का ढाबा चलाते हैं। उन्होंने कहा कि आज फिर एक तारा टूट गया। मुझे पुलिस से कोई इंसाफ नहीं चाहिए। इंसाफ मेरी बेटी को चाहिए। उसका कोई दोष नहीं था। वह तो अमेरिका जाने से पहले अपने मामा और ननिहाल वालों से मिलना चाहती थी। उसने बुलंदशहर से ही अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की थी।

2011 में सुदीक्षा की जिंदगी में आया था बदलाव
पिता बताते हैं कि सुदीक्षा का सिलेक्शन 2011 में विद्या ज्ञान लीडरशिप एकेडमी स्कूल में हुआ था। वहीं से उसकी जिंदगी में बदलाव आया। 2018 की सीबीएसई परीक्षा में 98% अंक हासिल कर बुलंदशहर जिले में टॉप किया था।

20 अगस्त को उसे अमेरिका लौटना था
अगस्त 2018 में वह अमेरिका गई थी। वह अमेरिका के बॉबसन कॉलेज में बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स कर रही थी। उसे एचसीएल की तरफ से पिछले साल 3.80 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप मिली थी। सुदीक्षा जून में भारत लौटी थी और उसे 20 अगस्त को अमेरिका लौटना था।

इन परिस्थितियों में हुआ हादसा
सुदीक्षा अपने भाई निगम के साथ बाइक पर मामा के घर माधवगढ़ जा रही थी। वे बुलंदशहर-गढ़ हाइवे स्थित चरौरा मुस्तफाबाद गांव के मोड़ के पास पहुंचे। यहां उनकी बाइक की बुलेट सवार से टक्कर हो गई। हादसे में 17 साल की सुदीक्षा की मौके पर ही मौत हो गई। निगम गंभीर रूप से घायल हो गए। बुलेट सवार फरार हो गए।

पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और उसने निगम को अस्पताल में भर्ती कराया। छात्रा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। सुदीक्षा के परिवार का आरोप है कि बुलेट सवार युवक बार-बार स्कूटी को ओवरटेक कर रहा था। उसने स्कूटी के सामने आकर अचानक ब्रेक मारा। इससे निगम ने स्कूटी पर कंट्रोल खो दिया। निगम और सुदीक्षा दोनों नीचे गिरे। सुदीक्षा की मौत हो गई। भाई अस्पताल में है।



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