अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बार फिर चीन को दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। गुरुवार रात वॉशिंगटन में पोम्पियो ने कहा- आजादी और लोकतंत्र पसंद करने वाली दुनिया के लिए चीन खतरा है। इन देशों के लिए ये बेहद जरूरी है कि वो चीन को बदलाव के लिए मजबूर करें। अगर ऐसा नहीं तो फिर चीन दुनिया को बदल देगा। कुछ दिन पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी कम्युनिस्ट शासन वाले चीन को दुनिया के लिए खतरा बता चुके हैं। दोनों देश एक नए कोल्ड वॉर की तरफ बढ़ रहे हैं।
चीन को मजबूर करें
निक्सन लाइब्रेरी में भाषण के दौरान पोम्पियो ने कहा, “चीन के खिलाफ हम अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर निपटने के रास्ते तलाश रहे हैं। यह हमारे वक्त की सबसे बड़ी चुनौती और मिशन है। चीन हमारे लोगों की खुशहाली और आजादी के लिए खतरा बन रहा है। 1970 के आसपास ही हमारे नेताओं को पता लग गया था कि कम्युनिस्ट शासन किस ओर जा रहा है।”
सैन्य ताकत बढ़ा रहा है चीन
पोम्पियो ने कहा- चीन में मानवाधिकारों की कोई जगह नहीं है। वो कारोबार बढ़ाने और मुनाफा कमाने के लिए हर हथकंडा अपना रहा है। अब उसकी साजिश अमेरिक समाज में सेंध लगाने की है। लेकिन, शायद उसे हमारी ताकत का अंदाजा नहीं है। चीन ने अपनी सैन्य ताकत बढ़ाई है और इसे आगे बढ़ाने में जुटा है। राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन अकसर कहा करते थे- भरोसा जरूर करो, लेकिन पहले इसकी जांच भी करो।
यह वक्त की जरूरत
पोम्पियो ने कुछ दिन पहले लंदन में जो कहा था, उसे इस भाषण में दोहराया। कहा, “एक जैसी विचारधारा और लोकतंत्र समर्थक देशों को साथ आने की जरूरत है। क्योंकि, अगर अब भी हमने कम्युनिस्ट शासन वाले चीन को नहीं बदला तो वो हमको बदल देगा। और यह इस वक्त यानी वर्तमान की सबसे बड़ी जरूरत और मांग है।” पोम्पियो ने माना कि नाटो के कुछ देश चीन के खिलाफ खड़े होने में झिझक रहे हैं।