नई दिल्ली/ लंदन. ब्रिटेन में आज से इंडिया ग्लोबल वीक 2020 शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रोग्राम में वीडियो लिंक के जरिए शामिल होंगे। उनका भाषण सबसे पहले होगा। माना जा रहा है कि मोदी इस मौके पर भारत में ट्रेड और फॉरेन इन्वेस्टमेंट्स का जिक्र कर सकते हैं। महामारी के दौर में भारत समेत दुनिया के सभी देशों की इकोनॉमी पर असर पड़ा है। लिहाजा, मोदी के इस भाषण पर सभी की निगाहें होंगी।
भारत की भूमिका अहम
दुनिया इस वक्त कोरोनावायरस से उबरने की कोशिश में जुटी है। 2008 जैसी आर्थिक मंदी की आशंकाएं जताई जा रही हैं। भारत में फॉरेन इन्वेस्टमेंट की काफी संभावनाएं हैं। माना जा रहा है कि मोदी अपने भाषण में इसका जिक्र करेंगे।
इंडिया इंक ग्रुप के सीईओ मनोज लाडवा ने कहा, “यह महामारी का दौर है। हर देश इससे बाहर आने की कोशिश कर रहा है। भारत के पास टैलेंट पूल है। हमारे पास ग्लोबल अफेयर्स को अच्छे तरीके से डील करने वाली लीडरशिप भी है। टेक्नोलॉजी के मामले में हम किसी से पीछे नहीं हैं। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर जरूर फोकस करेंगे।”
तीन दिन चलेगी समिट
इंडिया ग्लोबल वीक समिट 2020 तीन दिन चलेगी। इसे वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर ऑर्गनाइज किया जा रहा है। मोदी सरकार के कई मंत्री इसमें शामिल होंगे। विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रेलवे एंड कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल, सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी, आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद और स्किल डेवलपमेंट मिनिस्टर महेंद्र नाथ पांडेय ग्लोबल वीक में हिस्सा लेंगे।
प्रिंस चार्ल्स भी शामिल होंगे
ब्रिटिश रॉयल फैमिली के प्रिंस चार्ल्स भी इस समिट में शामिल होंगे। इसके अलावा विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब, होम मिनिस्टर प्रीति पटेल, हेल्थ मिनिस्टर मैट हेनकॉक और ट्रेड मिनिस्टर लिज ट्रूस भी समिट में हिस्सा लेंगे। भारत और ब्रिटेन के कारोबारी रिश्तों के लिहाज से भी यह समिट अहम हो सकती है।
ब्रिटेन यूरोपीय यूनियन और इसकी ट्रेड यूनिट से बाहर हो चुका है। यहां के ट्रेड मिनिस्टर पहले ही कह चुके हैं कि भारत के अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और जापान से जिस तरह के ट्रेड रिलेशन हैं, ब्रिटेन भी इसी तरह के रिश्ते चाहता है।