नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को तीन सरकारी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों की विलय प्रक्रिया को फिलहाल स्थगित कर देने का फैसला किया। ये तीनों कंपनियां हैं- नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस। इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने तीनों कंपनियों की वित्तीय स्थिति बेहतर करने के लिए उनमें 12,450 करोड़ रुपए के फंड इनफ्यूजन को मंजूरी दी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस राशि में 2019-20 में किया गया 2,500 करोड़ रुपए का फड इनफ्यूजन भी शामिल है। इस तरह सरकार इन तीनों कंपनियों में अब 9,950 करोड़ रुपए की पूंजी का निवेश करेगी। 3,475 करोड़ रुपए तुरंत जारी किए जाएंगे। बाकी 6,475 करोड़ रुपए बाद में जारी किए जाएंगे।
बजट में इन कंपनियों में 6,950 करोड़ के फंड इनफ्यूजन का प्रावधान किया गया था
नए फंड इनफ्यूजन को प्रभावी करने के लिए कैबिनेट ने तीनों कंपनियों का ऑथोराइज्ड शेयर कैपिटल बढ़ाए जाने को भी मंजूरी दी। नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड का ऑथोराइज्ड शेयर कैपिटल बढ़ाकर 7,500 करोड़ रुपए किया जाएगा। युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी का बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपए और ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी का भी ऑथोराइज्ड शेयर कैपिटल बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपए किया जाएगा। चालू कारोबारी साल के बजट में सरकार ने इन तीन कंपनियों में 6,950 करोड़ रुपए के फंड इनफ्यूजन का प्रावधान किया था।
2018-19 के बजट में अरुण जेटली ने इन कंपनियों के विलय की घोषणा की थी
2018-19 के बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तीनों कंपनियों का एक इंश्योरेंस कंपनी में विलय करने की घोषणा की थी। हालांकि कई कारणों से विलय की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। इन कंपनियों की खराब वित्तीय हालत भी विलय प्रक्रिया पूरी नहीं होने का एक कारण था।