कोरोना का संकट ने जहां प्रदेशवासियों की परेशान कर रखा है। वहीं इसके साथ ही टिड्डियों का आक्रमण ने भी प्रशासन की नींद उठा रखी है। वहीं टिड्डियों के आतंक को खत्म करने के लिए जा रहे कीटनाशकों का स्प्रे भी लोगों के लिए आफत बन गई है। सोमवार रात को जयपुर के जयसिंहपुरा क्षेत्र में भी ऐसी ही घटना सामने आई है। यहां प्रशासन की ओर से टिड्डियों को मारने के लिए करवाए गए स्प्रे के कारण फैली गंध से मंगलवार को पास में मनरेगा कार्य करने आए 16 मनरेगा श्रमिकों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। ग्रामीणों ने अचेत हुए 16 महिला-पुरुष श्रमिकों को पावटा के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। टिड्डी दल के आक्रमण के बाद शुरू किया था ऑपरेशन मिली जानकारी के अनुसार जयपुर स्थित गांव जयसिंहपुरा व सूरजपुरा क्षेत्र में सोमवार को टिड्डी दल के हमले के बाद सहायक निदेशक कृषि सरदारमल यादव के नेतृत्व में टिड्डियों के मारने के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया। जिसके बाद कुछ टिड्डियों के नष्ट होने के बाद अन्य टिड्डियाां कुछ इलाकों में चली गई। इसके बाद जयसिहपुरा ग्राम में सुबह 5 बजे तक छिड़काव किया गया, जिसके बाद सुबह वहां काम करने आए श्रमिकों की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आई। फौरन सीएचसी केन्द्र भेजा मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को सुबह 7 बजे जैसे ही मनरेगा कर्मी काम पर आए, तो इसमें एक पुरुष व 3 महिला श्रमिक चक्कर आकर बेहोश हो गए, जिसे फौरन पीएचसी जयसिहपुरा पहुंचाया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर पावटा सीएचसी केन्द्र भेजा गया। इधर करीब 12 श्रमिकों को भी चक्कर आने की शिकायत आने पर सीएचसी में उपचार करवाया गया है। प्राथमिक उपचार करने के बाद दोपहर 2 बजे बाद घर भेज दिया गया।