सूरत. पश्चिम बंगाल,ओडिशा और छत्तीसगढ़ सरकारों ने कहा है कि अहमदाबाद, सूरत से होकर आने वाली ट्रेनें उनके राज्य में न आएं। इससे इन राज्यों में भी संक्रमण बढ़ सकता है। पश्चिम बंगाल सरकार ने पत्र लिखकर ट्रेन की फ्रिक्वेंसी घटाने की मांग की थी। इसके बाद रेलवे ने अहमदाबाद-हावड़ा मेल को रोज की बजाय अब हफ्ते में एक दिन कर दिया है। अहमदाबाद में अब तक 21 हजार से ज्यादा और सूरत में 5 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आ चुके हैं।
अहमदाबाद-हावड़ा मेल अभी इकलौती ट्रेन थी, जो छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए हर दिन आ-जा रही थी। 1 जून से देशभर में 230 नियमित ट्रेनें स्पेशल ट्रेन बनाकर चलाई जा रही हैं।
महाराष्ट्र से भी नियमित ट्रेन नहीं चाहता बंगाल
बंगाल सरकार की ओर से वहां के सचिव ने रेलवे बोर्ड और पश्चिम रेल को पत्र लिखा था। इसमें कहा गया था कि गुजरात और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मुंबई से हावड़ा के लिए और अहमदाबाद से सूरत होते हुए हावड़ा के लिए एक-एक नियमित ट्रेने हैं। इन ट्रेनों से बड़ी संख्या में लोग बंगाल आ रहे हैं। इससे बंगाल में भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
अहमदाबाद से सोमवार, हावड़ा से शुक्रवार को चलेगी
अहमदाबाद से वाया सूरत होकर चलने वाली अहमदाबाद-हावड़ा मेल अब केवल हफ्ते में एक ही दिन चल सकेगी। यह हावड़ा से हर शुक्रवार और अहमदाबाद से हर सोमवार को रवाना होगी। दिन तो तय हो गया है, लेकिन तारीख अभी तय नहीं हुई है। यह ट्रेन अहमदाबाद से रात 12.15 बजे चलकर सूरत तड़के सवा चार बजे पहुंचती है और दूसरे दिन दोपहर डेढ़ बजे हावड़ा पहुंचती है। हावड़ा से रात 11.55 बजे चलकर दूसरे दिन सूरत सुबह 9 बजे और उसी दिन दोपहर 1:30 बजे अहमदाबाद पहुंचती है। यह अहमदबाद से सूरत होकर छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर और ओडिशा के राउरकेला, झारसुगुड़ा होकर बंगाल पहुंचती है।