5 जुलाई को पेनुमब्रल यानी मांद्य चंद्र ग्रहण हो रहा है। इसका धार्मिक महत्व नहीं रहता है। ये खगोलीय घटना है। भोपाल की विज्ञान प्रसारक और नेशनल अवार्ड प्राप्त सारिका घारू के मुताबिक ये माह खगोल विज्ञान के लिहाज से बहुत खास रहने वाला है। इस माह आकाश में कई अद्भुत घटनाएं होंगी, जिन्हें टेलिस्कोप की मदद से आसानी से देखा जा सकेगा।
गुरु, पृथ्वी और सूर्य एक सीधी लाइन में
इस माह 14 जुलाई की शाम को सौर परिवार का सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर यानी गुरु, पृथ्वी और सूर्य एक सीधी लाइन में आ जाएंगे। इस दिन सूर्यास्त के बाद गुरु ग्रह उदित होगा। जुपिटर, पृथ्वी और सूर्य के एक सीध में आने की घटना को जुपिटर एट अपोजिशन कहा जाता है। पूरी रात जुपिटर पृथ्वी के सबसे करीब रहेगा। इसे टेलिस्कोप की मदद से आसानी से देखा जा सकेगा।
शनि, पृथ्वी और सूर्य भी आएंगे एक सीधी लाइन में
20 जुलाई को अमावस्या रहेगी। इस शाम चंद्र दिखाई नहीं देगा, लेकिन सबसे सुंदर ग्रह सेटर्न यानी शनि आसानी से देखा जा सकेगा। इस रात शनि, पृथ्वी और सूर्य एक सीधी लाइन में होंगे। इसे सेटर्न एट अपोजिशन कहा जाता है। शनि पृथ्वी के करीब रहेगा, इस वजह से इसे टेलिस्कोप की मदद से देख सकेंगे। 20 जुलाई की रात शनि के रिंग और इसके कुछ चंद्र भी दिखाई दे सकते हैं।
22 जुलाई की सुबह बुध ग्रह आसानी से दिखेगा
22 जुलाई को सुबह सूर्यादय से ठीक पहले पूर्व दिशा में मरकरी यानी बुध ग्रह अच्छे से देखा जा सकेगा। इस दिन ये ग्रह सूर्य से 20 डिग्री ऊपर उठा दिखेगा। इसे मरकरी एट ग्रेटेस्ट वेस्टर्न इलोंगेशन की घटना कहा जाता है।