ब्रसेल्स/इस्लामाबाद. 860 में से 262 कमर्शियल पायलटों के लाइसेंस फर्जी होने का खुलासा पाकिस्तान को भारी पड़ गया। यूरोप की एयर सेफ्टी एजेंसी ईएएसए ने पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) पर 6 महीने का बैन लगा दिया। इस दौरान पीआईए की कोई फ्लाइट किसी भी यूरोपीय देश में न तो लैंड कर सकेगी और न ही टेक ऑफ।
पिछले दिनों पाकिस्तान के एविएशन मिनिस्टर गुलाम सरवर खान ने संसद में खुलासा किया था कि पीआईए के 40% पायलट्स फर्जी लाइसेंस से एयरक्राफ्ट ऑपरेट कर रहे हैं। कुछ घंटे बाद इनके उड़ान भरने पर रोक भी लगा दी गई।
यूरोप की सेफ्टी एजेंसी ने क्या कहा?
मंगलवार रात जारी एक बयान में ईएएसए ने कहा- हमने पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस कंपनी के यूरोप में ऑपरेशंस पर 6 महीने के बैन का फैसला किया है। यह 1 जुलाई से लागू होगा। पीआईए ने भी इसकी पुष्टि की। साथ ही कहा कि वो इस बैन के खिलाफ अपील कर सकती है। बैन के मायने ये हैं कि पाकिस्तान के लोगों का सरकारी एयरलाइंस से यूरोप जाना या वहां से लौटना अब नामुमकिन होगा।
टिकट के पैसे रिफंड होंगे
पीआईए ने बयान में कहा- जिन लोगों ने यूरोप के लिए फ्लाइट टिकट बुक करा लिए थे। उन्हें अब रद्द समझा जाएगा। टिकट का पैसा रिफंड किया जाएगा। हम ईएएसए से बातचीत की कोशिश कर रहे हैं। खास बात ये है कि पीआईए ने बयान में यह नहीं बताया कि यह नौबत आखिर क्यों आई।
पांच देश पहले ही लगा चुके हैं बैन
कुवैत, ईरान, जॉर्डन, यूएई और वियतनाम जैसे पांच देश पहले ही पाकिस्तान से आने और जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा चुके हैं। चार देशों ने इसकी वजह कोविड-19 का खतरा बताया। वहीं, वियतनाम ने पाकिस्तान के पायलटों को निकालने का ऐलान करते हुए रोक लगाई थी।
इस फजीहत की वजह संक्षेप में
22 मई को कराची में पीआईए का प्लेन क्रैश हुआ। 25 जून को इसकी जांच रिपोर्ट संसद में पेश हुई। एविएशन मिनिस्टर ने कहा- हादसा पायलट्स की गलती से हुआ। वो कोरोना पर चर्चा में मशगूल थे। पीआईए में 860 पायलट हैं। 262 के लाइसेंस फर्जी होने का शक है। इनके उड़ान भरने पर रोक लगा दी गई है। दिवालिया होने की कगार पर खड़ी पीआईए की मुश्कलें अब बढ़ती जा रही हैं।