वॉशिंगटन. अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देशों में नस्लवाद का मुद्दा गरमाया हुआ है। अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत के बाद से ही अमेरिका के कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति के समर्थकों ने फ्लोरिडा में एक रैली के दौरान नस्लभेदी नारेबाजी की। उन्होंने ‘व्हाइट पॉवर’ के नारे भी लगाए। खास बात ये है कि ट्रम्प ने मामले की गंभीरता समझे बिना इसका वीडियो ट्वीट किया। इतना ही नहीं उन्होंने नस्लभेदी नारेबाजी करने वाले समर्थकों का शुक्रिया भी अदा किया। हालांकि, बाद में यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया।
नस्लीय तनाव को नहीं भुना रहा: ट्रम्प
बीबीसी के मुताबिक, वीडियो में विपक्षी और समर्थक दोनों नजर आ रहे थे। ट्रम्प ने इन आरोपों से इनकार किया है कि वे नस्लीय तनाव को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके प्रवक्ता का कहना है कि राष्ट्रपति ने ‘व्हाइट पावर’ टिप्पणी नहीं सुनी थी। बाद में ट्रम्प ने ट्वीट को डिलीट कर दिया था।
पार्टी में ही विरोध
यह वीडियो फ्लोरिडा के द विलेजेज में की गई रैली का है। ट्रम्प ने ट्वीट में समर्थकों को धन्यवाद जताते हुए लिखा था- द विलेजेज के महान लोगों का शुक्रिया। अमेरिकी सीनेट के अकेले अश्वेत रिपब्लिकन सांसद टिम स्कॉट ने रविवार को इंटरव्यू में कहा- यह वीडियो अपमानजनक था। उन्होंने राष्ट्रपति से ट्वीट को हटाने के लिए कहा था। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जुड डीरे ने कहा- राष्ट्रपति ने वीडियो में नारेबाजी को नहीं सुना, उन्होंने बस अपने समर्थकों के जबरदस्त उत्साह को देखा था।
व्हाइट सुपरमेसी का समर्थन नहीं करेंगे: स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने कहा- राष्ट्रपति, प्रशासन और न ही मैं व्हाइट सुपरमेसी (गोरों का वर्चस्व) का समर्थन करेंगे। हाल में फ्लॉयड की मौत के बाद हो रहे प्रदर्शन को लेकर उन्होंने ट्वीट किया था- जब लूटपाट शुरू होती है तो शूटिंग भी शुरू होती है।
ट्रम्प पर पहले भी आरोप लगते रहे
राष्ट्रपति ट्रम्प पर पहले भी नस्लभेदी कंटेट शेयर करने को लेकर आरोप लगते रहे हैं। 2017 में उन्होंने तीन मुस्लिम विरोधी वीडियो रीट्वीट किए थे। ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे को फटकार लगाई थी। साथ ही कहा था कि वे मुझ पर ध्यान न दें। ब्रिटेन में पनप रहे इस्लामिक आतंकवाद पर ध्यान दें।