इस्लामाबाद. संसद में ओसामा बिन लादेन को शहीद बताने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान घर में ही घिर गए। विपक्षी सांसद मुस्तफा नवाज ने इमरान खान को देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए उन्हें ‘तालिबान खान’ नाम दिया। बिलावल भुट्टो के मुताबिक- इमरान ने बता दिया है कि वो कट्टरपंथियों के कितने बड़े समर्थक हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि प्रधानमंत्री शायद ये भूल गए कि लादेन की वजह से ही पाकिस्तान में आतंकवाद फैला।
गुरुवार को इमरान ने एक चर्चा के दौरान लादेन को शहीद बताया था। अब उनके मंत्री प्रधानमंत्री का बचाव कर रहे हैं। फवाद चौधरी ने कहा- हो सकता है प्रधानमंत्री की जुबान फिसल गई हो।
लादेन आतंकी था और रहेगा
पीएमएल-एन नेता और पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा- प्रधानमंत्री लादेन को शहीद बताते हैं। लादेन ही वो व्यक्ति था जो आतंकवाद को पाकिस्तान लाया। वो आतंकी था और हमेशा रहेगा। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी यानी पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा- इमरान का इतिहास बताता है कि वो हमेशा कट्टरपंथियों का समर्थन करते रहे हैं। अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल के हत्यारों को उन्होंने राहत दी। आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमला करने वाले आतंकियों को उन्होंने भागने में मदद की।
इमरान ‘तालिबान खान’
पीपीपी के प्रवक्ता और वरिष्ठ सांसद मुस्तफा नवाज ने कहा, “लादेन को शहीद बताने के बाद इमरान खान साफ तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं। अगर लादेन शहीद है तो प्रधानमंत्री ये बताएं कि अल-कायदा ने हमारे जिन बेगुनाह लोगों और सैनिकों को मारा, उनको क्या कहेंगे? इमरान ने साबित कर दिया है कि वो तालिबान खान ही हैं। आखिर वो हमारे युवाओं को क्या मैसेज देना चाहते हैं। इमरान ही वो व्यक्ति हैं जिन्होंने तालिबान को देश में ऑफिस खोलने की मंजूरी दी थी।
बैकफुट पर सरकार
इमरान के बचाव में सरकार भी एक्टिव होती दिखी। उनके स्पेशल एडवाइजर शाहबाज गिल ने कहा- प्रधानमंत्री ने दो बार ये भी कहा था कि लादेन मारा गया था। अकसर चर्चा में रहने वाले मंत्री फवाद चौधरी ने कहा- प्रधानमंत्री के बयान को तूल देना समझ से बाहर है। हो सकता है उनकी जुबान फिसल गई हो।