सादे समारोह में शादी की, बचे पैसों से क्वारैंटाइन सेंटर को 50 बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर दान किए; हनीमून की जगह कोविड केयर सेंटर में सेवा करेंगे

Posted By: Himmat Jaithwar
6/24/2020

मुंबई. मुंबई में कोरोना के कहर के बीच एक कपल ने अनूठी मिसाल पेश की है। इन्होंने शादी को सादे समारोह में किया। इससे बचे पैसों से 50 बेड खरीदे और एक क्वारैंटाइन सेंटर को दान कर दिया। इनकी शादी में सिर्फ 22 लोग शामिल हुए। हनीमून पर जाने की बजाय अब यह कपल कोविड सेंटर में मरीजों की सेवा करेगा।

पहले शादी में शामिल होने वाले थे 2 हजार लोग
मुंबई के वसई इलाके के रहने वाले एरिक लोबो (28) और मर्लिन टस्कैनो (27) 7 साल से एक-दूसरे के साथ थे। दोनों की जून महीने में शादी होने वाली थी। शादी को भव्य ढंग से करने के लिए 2 हजार मेहमानों की एक लिस्ट बनाई गई थी। इस बीच, कोरोना संक्रमण के चलते देश में लॉकडाउन लग गया और दिनों-दिन बढ़ते मामलों के बीच इन्होंने अपने प्लान में बदलाव किया।

चर्च में प्रेयर के साथ इनकी शादी की रश्में हुईं। दुल्हन ने जो कपड़े पहने थे, वह भी किराए पर लिए गए थे।

ऑक्सीजन सिलिंडर भी दान किए
दोनों ने शनिवार को वसई के सेंट गोनसालो चर्च में सादा समारोह आयोजित किया और सिर्फ 22 लोगों की मौजूदगी में शादी की। शाम को कोई रिसेप्शन नहीं किया। रिसेप्शन के लिए जो रुपए रखे थे, उससे कपल ने सतपाला आइसोलेशन सेंटर को 50 बेड दान में दिए। बेड के अलावा गद्दे, तकिया और चादरें भी दी गईं। बचे हुए पैसों से ऑक्सीजन सिलिंडर भी मरीजों के लिए दान में दिए गए।

पैसे बचाने के लिए गाउन भी नहीं खरीदा
मर्लिन ने कहा- 'इस महामारी में अस्पतालों को बेडों की जरूरत है। हम लोगों को खुशी है कि अपनी शादी के पैसों से हम लोग इस महामारी में मरीजों के कुछ काम आ सकेंगे।' खास यह है कि दोनों एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी चलाते हैं और इस शादी को कम से कम पैसों में करके उन्होंने अपने हुनर का परिचय दिया है। दोनों पक्षों ने प्री-वेडिंग फंग्शन भी नहीं किए। शादी में जो लोग आए उनसे कोई उपहार भी नहीं लिया। यहां तक कि मर्लिन ने जो गाउन पहना था, वह भी किराए पर लिया था।

शादी के बाद कपल कोविड केयर सेंटर पहुंचा। यहां बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर दान में दिए।

प्रवासी श्रमिकों के लिए कपल ने किया काम
मर्लिन ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों के लिए कम्युनिटी किचन की व्यवस्था के अलावा उनकी ट्रेन की व्यवस्था करने तक का काम किया है। वह प्रवासी मजदूरों की जितनी मदद कर सकते थे, वह की। जब उन लोगों के व्यक्तिगत सहयोग की बात आई तो उन्होंने अपनी शादी में कुछ भी खर्च न करने की ठानी। उन लोगों ने वसई के ग्रामीण कोविड केयर सेंटर को चुना, जहां सुविधाओं की कमी थी और वहां बेड, ऑक्सीजन वगैरह दान में दी हैं।

हनीमून की जगह कोविड केयर सेंटर पर सेवा करेंगे
कपल ने बताया कि शादी के बाद वे लोग अपने हनीमून पर भी नहीं जाएंगे। हनीमून पर जाने की जगह वे लोग अब कोविड केयर सेंटर पर मरीजों के लिए काम करेंगे। कपल को स्थानीय विधायक क्षितिज ठाकुर ने प्रशंसा पत्र भी जारी किया है।



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