असम के चिरांग जिले में ऑनलाइन क्लास लेने के लिए स्मार्ट मोबाइल फोन न होने से परेशान होकर एक 16 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस के अनुसार, 10 वीं कक्षा का छात्र, जो एक बहुत ही गरीब परिवार से आया था, उदास था क्योंकि वह स्मार्टफोन की कमी के कारण अपने स्कूल द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं और परीक्षाओं में भाग लेने में सक्षम नहीं था। पुलिस के अनुसार मृत 10 वीं कक्षा का छात्र एक बहुत ही गरीब परिवार से था। वह स्मार्टफोन की कमी के कारण अपने स्कूल द्वारा ऑनलाइन क्लासऔर परीक्षाओं में भाग लेने में सक्षम नहीं था।
COVID-19 महामारी के कारण असम में शैक्षणिक संस्थान मार्च से बंद हैं। लेकिन स्मार्टफ़ोन की मदद से ऑनलाइन क्लास और परीक्षाएं निजी और सरकारी दोनों स्कूलों द्वारा आयोजित की जा रही हैं। चिरांग के पुलिस अधीक्षक सुधाकर सिंह ने कहा "लड़के का परिवार बहुत गरीब था। उनकी मां काम की तलाश में बैंगलोर गई थीं और उनके पिता के पास कोई नौकरी नहीं थी। लड़के को ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने के लिए एक फोन की आवश्यकता थी, लेकिन उसके पिता उसे फोन दे पाने में सक्षम नहीं थे''।
उन्होंने कहा, ''हमें पड़ोसियों ने जानकारी दी कि छात्र स्थिति से तंग आ चुका था और तभी उसने खुद की जान लेने का फैसला किया।'' मंगलवार को छात्र का शव उसके घर के पास एक पेड़ से लटका मिला। हालांकि कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि उसके साथ एक सुसाइड नोट भी मिला है। हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। बता दें कि चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना के कहर ने भारत समेत पूरी दुनिया में तबाही मचाई हुई है। इसके चलते लंबे समय से लॉकडाउन के कारण छात्रों को ऑनलाइन क्लास दी जा रही हैं।
कोरोना की मार सबसे ज्यादा झेलने वाले देशों में भारत भी एक है। देश में बीते कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है। इसकी बड़ी वजह जांचों की संख्या में तेजी को माना जा रहा है। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड करीब 16 हजार नए मामले मिले हैं। हालांकि, कोरोना संक्रमण के अब तक ढाई लाख से अधिक मरीज ठीक भी हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 से संक्रमित होने वाले कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 456183 हो गई है। ये आंकड़ा तब है जब पहली बार एक दिन में दो लाख से ज्यादा लोगों के टेस्ट हुए हैं। पिछले 24 घंटे में 2,15,195 लोगों की कोरोना जांच हुई है।