कोरोनावायरस के कारण तीन महीने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी इंग्लैंड से हो रही है। यहां 8 जुलाई को वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के बीच तीन टेस्ट की सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा। इसी बीच इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने क्रिकेट बॉल से बीमारी फैलने का खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में लगे प्रतिबंध हटाए नहीं जाएंगे, लेकिन सीरीज पर कोई असर नहीं होगा।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) कोरोना के कारण बॉल को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा चुका है। साथ ही टेस्ट में कोरोना कन्कशन (सब्स्टीट्यूट) का ऑप्शन भी दिया है। आईसीसी ने मैच के दौरान हाथ नहीं मिलाने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी कई गाइडलाइंस जारी की हैं।
क्रिकेट को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा काम किया जा रहा
बोरिस जॉनसन ने मीडिया से कहा, ‘‘क्रिकेट के साथ समस्या यह है कि हर कोई यह समझता है कि बॉल से नेचुरल तौर पर बीमारी फैलने का खतरा है। मैंने इस बारे में कई बार वैज्ञानिकों से बातचीत की है। फिलहाल, हम क्रिकेट को कोविड से सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा काम कर रहे हैं। अब तक हमने कोई गाइडलाइंस नहीं बदली है।’’
तीन टेस्ट मैच की सीरीज 8 जुलाई से
वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 8-12 जुलाई तक साउथैम्पटन के एजिस बॉल में होगा, जबकि बाकी दो टेस्ट ओल्ड ट्रैफर्ड में 16 से 20 जुलाई और 24-28 जुलाई तक खेले जाएंगे। इंग्लैंड की 30 सदस्यीय टीम गुरुवार से साउथैम्पटन में ट्रेनिंग करेगी।
विंडीज टीम ने आइसोलेशन पूरा किया
वेस्टइंडीज टीम ने इंग्लैंड में अपना 14 दिन का आइसोलेशन पूरा कर लिया है। मेहमान टीम 9 जून को इंग्लैंड पहुंचीं थी और तब से ही मैनचेस्टर के एक होटल में क्वारैंटाइन है। टीम होटल के पास ओल्ड टैफर्ड मैदान पर प्रैक्टिस कर रही है। इसी मैदान पर उसे तीन दिन का वॉर्म-अप मैच खेलना है।