वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दूसरी चुनावी रैली रद्द कर दी गई है। ट्रम्प के कैंपेन प्रमुख टिम मुरटॉग ने शनिवार को बताया कि ओक्लाहोमा की रैली में कम लोगों के पहुंचने की वजह से टुलसा में होने वाली दूसरी रैली रद्द हो गई। हालांकि, ट्रम्प के समर्थक उत्साह में हैं, लेकिन मीडिया और अश्वेतों के प्रदर्शन की वजह से लोग नहीं आ रहे।
मार्च के बाद ट्रम्प की पहली रैली शनिवार को ओक्लाहोमा में हुई थी। कोरोनावायरस के चलते इस रैली पर रोक लगाने के लिए कुछ लोगों ने ओक्लाहोमा के सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली थी। हालांकि,कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।
अमेरिका का झंडा जलाने पर जेल भेजने का कानून बनाएंगे: ट्रम्प
रैली में ट्रम्प ने कहा कि दो दिन पहले कुछ लेफ्टिस्ट्स ने ओरेगन में जॉर्ज वाशिंगटन का पुतला गिरा दिया। पुतले को अमेरिका के झंडे में लपेटकर जला दिया गया। हम जल्द ही ऐसा कानून बनाएंगे जिससे देश का झंडा जलाने वालों पर कार्रवाई हो सकेगी। ऐसा करने वालों को एक साल तक के लिए जेल भेजा जा सकेगा। ट्रम्प बीते दिनों कई बार अमेरिका में अश्वेतों के समर्थन में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
पहली रैली में ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद थी
मुरटॉग ने शुक्रवार को कहा था कि ओक्लाहोमा की रैली में काफी लोग पहुंचेंगे। उन्होंने दावा किया था कि ओक्लाहोमा का बीओके सेंटर स्टेडियम छोटा पड़ा जाएगा। इसमें 19 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है, लेकिन हमें 10 लाख से ज्यादा लोगों ने टिकटों की मांग की थी। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। मीडिया के मुताबिक, रैली में प्रवेश के लिए बने रजिस्टर में तो हजारों लोगों के नाम थे, लेकिन स्टेडियम के अंदर कम लोग नजर आए।
टुलसा के स्टेडियम में होनी थी दूसरी रैली
ट्रम्प की दूसरी रैली टुलसा के स्टेडियम में होने वाली थी। इसके लिए भी स्टेडियम बुक किया जा चुका था। इस रैली में ट्रम्प के साथ उपराष्ट्रपति माइक पेंस भी लोगों को संबोधित करने वाले थे। अमेरिका में नवंबर में चुनाव होने हैं। हाल में हुए कई ओपिनियन पोल में ट्रम्प की लोकप्रियता कम होती दिखाई गई है। ट्रम्प फिलहाल कई राजनीतिक विरोधों का सामना कर रहे हैं। उनके सलाहकारों के मुताबिक, पहले कोरोनोवायरस से निपटने को लेकर ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ और अब नस्लीय भेदभाव को लेकर देशभर में प्रदर्शन का असर रैलियों पर दिख रहा है।