विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोरोना संकट के बीच छात्रों को बड़ी सौगात दे दी है। पोस्ट डॉक्टरल फेलोशिप (पीडीएफ) प्रथम वर्ष में छात्र-छात्राओं को अब 47 हजार रुपये महीना महीना मिलेंगे। पहले यह राशि पहले दो साल के लिए 38 हजार रुपये महीना थी। फेलोशिप की नई दरें एक जनवरी 2019 से लागू होंगे। यूजीसी सेक्रेटरी प्रो.रजनीश जैन ने गुरुवार को उक्त आदेश जारी कर दिए। यूजीसी ने चार फेलोशिप की दरों में बड़ा बदलाव किया है।
आदेशों के अनुसार पांच वर्ष के लिए डॉ.डीएस कोठारी पीडीएफ में प्रथम वर्ष में 43 हजार 400 की जगह 47 हजार, दूसरे वर्ष में 45 हजार रुपये के स्थान पर 49 हजार और तीसरे वर्ष में 46 हजार पांच सौ की जगह 54 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। तीन वर्षों में अधिकतम 46 हजार पांच सौ की जगह अब 54 हजार रुपये महीने मिलेंगे। प्रतिवर्ष कंटीजेंसी एक लाख रुपये ही रहेगी। इसमें बदलाव नहीं हुआ है।
तीन वर्ष के लिए डॉ.एस राधाकृष्णन पीडीएफ में पहले वर्ष 47 हजार, दूसरे वर्ष 49 हजार एवं तीसरे वर्ष 54 हजार रुपये दिए जाएंगे। अभी तक यह राशि क्रमश: 38 हजार, 40 हजार 300 एवं 41 हजार नौ सौ रुपये महीना थी। पांच वर्ष के लिए एससी-एसटी छात्रों और महिलाओं को पीडीएफ में पहले वर्ष 47 हजार रुपये, दूसरे वर्ष 49 हजार रुपये और तीसरे वर्ष से 54 हजार रुपये महीना मिलेंगे। अभी तक इन छात्रों के लिए यह फैलोशिप पहले साल के लिए 38 हजार आठ सौ और दूसरे वर्ष से 46 हजार पांच सौ रुपये महीना थी।