नई दिल्ली. सोमवार रात लद्दाख की गालवन घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इसमें एक अफसर समेत तीन भारतीय सैनिक शहीद हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के भी तीन सैनिक मारे गए हैं। मंगलवार को चीन ने आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने उसकी सीमा लांघी और चीनी सैनिकों पर हमला किया। इधर, हालात के मद्देनजर दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाईलेवल मीटिंग की।
भारत पर घुसपैठ का आरोप
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने मंगलवार को अपने विदेश मंत्री का बयान जारी किया। इसमें कहा गया- भारतीय सैनिकों ने सोमवार को गालवन घाटी में दो बार घुसपैठ की। चीनी सैनिकों पर हमला किया। इसके बाद गंभीर हिंसक झड़प हुई। हमने भारत से अपना विरोध दर्ज कराया है। भारतीय सैनिकों को सीमा पार करने से बचना चाहिए। इससे हालात बिगड़ सकते हैं। दोनों देशों को बातचीत से मसला हल करना चाहिए। ताकि सीमा पर शांति बहाल की जा सके।
दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग
चीन से बढ़ रहे तनाव और सोमवार को गालवन घाटी में हुई घटना के बाद मंगलवार सुबह भारतीय रक्षा मंत्रालय तेजी से सक्रिय हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, तीनों सेनाध्यक्ष और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इसमें शामिल हुए।