न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन ने सोमवार को ऐलान किया कि उनका देश कोरोना वायरस मुक्त हो गया है। दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए न्यूजीलैंड के किए गए काम की तारीफ हो रही है। वहीं लोग पीएम अर्डन के नेतृत्व शक्ति की भी जमकर बड़ाई कर रहे हैं। हालांकि, न्यूजीलैंड के लिए इस वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग आसान नहीं रही। कड़े फैसलों और सरकार की दूरदर्शी सोच ने न्यूजीलैंड को इस महामारी से उबारा है।
जीलैंड में अब कोई भी संक्रमित नहीं
बता दें कि न्यूजीलैंड में 17 दिन पहले कोरोना वायरस संक्रमण का आखिरी मामला सामने आया था। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, न्यूजीलैंड में कोरोना की आखिरी मरीज 50 साल की एक महिला थी। जिसका इलाज ऑकलैंड के एक नर्सिंग होम में हुआ। फरवरी के बाद से सोमवार को पहली बार ऐसा मौका आया जब सभी मरीज संक्रमण से ठीक हो चुके हैं और अब देश में कोई भी संक्रमित नहीं है। देश में अब तक 300,000 जांच हो चुकी है।
पीएम अर्डन ने की घोषणा
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने सोमवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि अंतिम मरीज के भी कोरोना वायरस संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद देश ने संक्रमण के प्रसार को रोक लिया है। हमें विश्वास है कि फिलहाल के लिए हमने न्यूजीलैंड में वायरस के प्रसार को खत्म कर दिया है। हालांकि, आगे भी इसके लिए प्रयास जारी रहेंगे। निश्चित रूप से दोबारा मामले सामने आएंगे लेकिन यह विफलता की निशानी नहीं होगी। यह इस वायरस की वास्तविकता है, लेकिन हमें पूरी तैयारी रखनी है।
कोरोना के खिलाफ न्यूजलैंड की रणनीति
न्यूजीलैंड ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अलर्ट के चार लेवल बनाए। पहले चरण में खतरे का अनुमान लगाना और उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई करना था। जिसके तहत देश की सीमाओं को बंद कर दिया गया। टेस्टिंग पर फोकस किया गया और संक्रमितों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग शुरू की गई। वहीं दूसरे चरण में परिस्थितियों के हिसाब से प्रतिबंधों में छूट दी गई। 7 हफ्ते के सख्त लॉकडाउन की हर हफ्ते समीक्षा की गई। तीसरे चरण में वायरस के रोकधाम के लिए व्यापक स्तर पर प्रबंध किए गए। फिजिकल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया गया वहीं, आइसोलेट और क्वारंटीन लोगों की जांच और देखभाल की गई। चौथे चरण में देश में सख्त लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया। इमरजेंसी सर्विसेज को छोड़कर लोगों को घर में रहने की हिदायत दी गई। सभी सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया गया और सभी तरह की यात्राओं पर रोक लगा दी गई।
न्यूजीलैंड में संक्रमण खत्म होने के कारण
विशेषज्ञों का कहना है कि 50 लाख की आबादी वाले इस देश से संक्रमण खत्म होने के पीछे कई वजह है। दक्षिण प्रशांत में स्थित होने की वजह से इस देश के पास यह देखने का मौका था कि दूसरे देशों में यह संक्रमण कैसे फैला। अर्डर्न ने भी तेजी से कदम उठाते हुए देश में संक्रमण की शुरुआत में ही बंद के कड़े नियम लागू किए। देश की सीमाओं को भी बंद कर दिया गया। न्यूजीलैंड में सिर्फ 1,500 लोग संक्रमित हुए जिनमें से 22 लोगों की मौत हो गई।
न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था पर पड़ा असर
न्यूजीलैंड में वायरस भले ही खत्म हो गया हो लेकिन इसका आर्थिक असर बरकरार है। हजारों लोगों की यहां नौकरी चली गई है। देश की अर्थव्यवस्था के लिए 10 फीसदी तक जिम्मेदार पर्यटन उद्योग सबसे ज्यादा प्रभावित हो गया। लेकिन सोमवार का दिन फिर भी लोगों के लिए अच्छी खबर वाला रहा।
खुशी से डांस करने लगी पीएम अर्डन की दो साल की बेटी
अर्डर्न ने कहा कि जब यह पता चला कि अब कोई भी मरीज नहीं है तो वह अपनी छोटी बेटी के सामने डांस करने लगीं। उनकी बेटी इस महीने दो साल की हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी बेटी को भले यह पता नहीं हो कि आखिर चल क्या रहा है लेकिन वह भी उनकी खुशी में शामिल हो गई।