भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य शीर्ष भारतीय गणमान्य लोगों के लिए खास तौर पर बनाए गए दो बोइंग विमान (B777-300ER) सितंबर तक एयर इंडिया को मिलने की उम्मीद है. ये विमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एयरफोर्स वन की तरह सुरक्षा से लैस होंगे. इनका इस्तेमाल केवल वीवीआईपी यात्रा के लिए होगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई से अधिकारियों ने कहा, 'कुछ देरी हुई है, मुख्य तौर पर कोविड-19 के कारण. दो विमानों की आपूर्ति सितंबर तक की जा सकती है.' खास बात यह है कि इन दो बी777 विमानों को भारतीय वायु सेना के पायलट उड़ाएंगे, न कि एअर इंडिया के.
यह विमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एयरफोर्स वन की तरह सुरक्षा से लैस है. बी777 विमानों में अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली होंगी जिन्हें लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटर मेजर्स (LAIRCM) और सेल्फ प्रोटेक्शन सूट्स (SPS) कहा जाता है.
बोइंग 777 के अंदर की तस्वीर (साभार- बोइंग))
क्या हैं इसकी खासियतें...
> बोइंग 777 (B777-300ER) विमान स्पेशल प्रोटेक्शन सूट से लैस है.
> यह दुश्मनों के रडार फ्रीक्वेंसी को जब चाहे जाम कर सकता है और खतरे की स्थिति में रडार से बचकर निकल सकता है.
> यह दुश्मन की मिसाइलें का पता लगा सकता है, उसे डाइवर्ट भी कर सकता है.
> यह विमान किसी भी समय हवाई हमला होने की स्थिति में जवाबी कार्रवाई भी कर सकता है.
> ये विमान दुश्मन पर मिसाइल हमला भी कर सकता है.
> इसमें 396 लोगों के बैठने की सुविधा है.
> यह विमान 100 फीसदी डिजिटली डिजाइन किया गया है.
> इसमें एडवांस एयरोडायनेमिक्स लगे हैं.
> इसके विंग्स यानी पंखों की लंबाई 212.7 फीट है.
> यह विमान 60.8 फीट ऊंचा है.
> विमान की लंबाई 242.4 फीट है.
> इस विमान की रेंज 13649 किलोमीटर है, यानी एक बार उड़ान भरने के बाद यह 13649 किलोमीटर की यात्रा कर सकता है.
> इस विमान से, कभी भी दुनिया के किसी भी राष्ट्र के प्रमुख से संपर्क स्थापित किया जा सकता है.
> इसमें एक बार में 100 लोगों का भोजन बनाने और 2000 लोगों के लिए भोजन स्टोर करने की व्यवस्था है.
> इस विमान में अनिश्चितकाल तक उड़ान भरने के लिए हवा में ही ईंधन भरने की सुविधा मौजूद है.
बोइंग 777 के अंदर की तस्वीर (साभार- बोइंग))
बोइंग ने अपनी वेबसाइट पर दुनिया भर की एयरलाइंस कंपनियों में इस्तेमाल हो रहे 700-300ER विमान की तस्वीरें शेयर की हैं. हालांकि, पीएम मोदी और अन्य वीवीआईपी मेहमानों के लिए इस्तेमाल होने वाले विमान कस्टमाइज्ड होंगे.
बोइंग 777 के अंदर की तस्वीर (साभार- बोइंग))
इन विमानों के रख-रखाव का जिम्मा एअर इंडिया की सहायक कंपनी एअर इंडिया इंजीनियरिंग लिमिटेड (एआईईएसएल) का होगा. वर्तमान में, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति एअर इंडिया के बी747 विमानों से यात्रा करते हैं, जिनपर ‘एअर इंडिया वन’ का चिह्न होता है. एअर इंडिया के पायलट इन बी747 विमानों को उड़ाते हैं और एआईईएसएल उनका रख-रखाव करता है.
बोइंग 777 के अंदर की तस्वीर (साभार- बोइंग))
जब ये बी747 विमान इन गणमान्य लोगों को लेकर उड़ान नहीं भरते, तब उनका इस्तेमाल भारतीय राष्ट्रीय परिवाहक व्यावसायिक परिचालनों के लिए करता है. लेकिन नए विमानों का इस्तेमाल केवल वीवीआईपी लोगों की यात्रा के लिए किया जाएगा.
बोइंग 777 के अंदर की तस्वीर (साभार- बोइंग))
यह दोनों विमान 2018 में कुछ महीनों के लिए एअर इंडिया के व्यावसायिक बेड़े का हिस्सा थे, जिसके बाद उन्हें वीवीआईपी यात्राओं के लिए ज्यादा सुरक्षित और एडवांस बनाने के लिए बोइंग को वापस भेज दिया गया था.