नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर साइमोलॉजी (भूकंप विज्ञान) के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.1 थी। झटके हल्के होने की वजह से किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। रिक्टल स्केल पर 6 की तीव्रता का भूकंप स्ट्रॉन्ग माना जाता है।
11 दिन में दूसरी बार झटके
दिल्ली-एनसीआर में 29 मई को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। उस दिन तीव्रता 4.6 थी। हालांकि, कोई नुकसान नहीं हुआ था। इससे पहले 15 मई, 10 मई, 13 अप्रैल और 12 अप्रैल को भी झटके लगे थे।
दिल्ली-एनसीआर में तीन फॉल्ट लाइन
नेशनल सेंटर फॉर साइमोलॉजी के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में तीन फॉल्ट लाइन हैं। जहां फॉल्ट लाइन होती है, वहीं पर भूकंप का एपिसेंटर बनता है। दिल्ली-एनसीआर में जमीन के नीचे दिल्ली-मुरादाबाद फॉल्ट लाइन, मथुरा फॉल्ट लाइन और सोहना फॉल्ट लाइन हैं।
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव, ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है।