नई दिल्ली. एयर इंडिया के एक रिटायर्ड पायलट की संदिग्ध परिस्थिति में शनिवार को मौत हो गई। वह एक महीने पहले ही रिटायर थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परिजनों ने कोरोना से हुई मौत की खबरों का खंडन किया है। हालांकि, पड़ोसियों का आरोप है कि पायलट की मौत कोरोना से ही हुई है। उनके कोरोना के लक्षण थे। इसके बाद से एयर लाइन में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि अभी तक 200 क्रू मेंबर्स को क्वारैंटाइन किया जा चुका है।
एयरलाइन के एक अधिकारी का कहना है कि 58 साल के सीनियर कैप्टन पद से वह अप्रैल में रिटायर्ड हुए थे। उन्होंने एयरबस ए-320 का संचालन किया था। वह अपने करियर के दौरान डीजीसीए में फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर के रूप में भी काम कर चुके थे।
कई क्रू मेंबर्स और पायलटों में लक्षण
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में एयरलाइन के एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि एयरलाइन में 3 से 4 लोगों में कोरोना के लक्षण हैं। 30 से 40 में हल्के लक्षण हैं। इस तरह से 150 पायलटों और केबिन क्रू मेंबर्स को क्वारैंटाइन किया गया है। कई पैसेंजर के संक्रमित मिलने के बाद ओवरऑल अब तक करीब 200 केबिन क्रू मेंबर्स या तो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं या फिर उनमें कोई न कोई लक्षण मिला है। इसके चलते सभी को क्वारैंटाइन किया गया है।
फ्लाइंग अलाउंस न मिलने से पायलट नाराज
एक पायलट ने बताया कि अभी तक 70% फ्लाइंग अलाउंस न मिलने से सभी पायलट नाराज हैं। कठिन समय में पायलटों ने वंदे भारत मिशन के तहत उड़ानों का संचालन किया। इस दौरान ऑपरेटिंग चालक दल को मिलने वाला ट्रीटमेंट भी काफी खराब रहा। पिछले दो दिनों में पायलट्स ने एयरलाइन मैनेजमेंट से इस मसले को लेकर बातचीत भी की थी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी मैनेजमेंट से बोला है पेमेंट करने के लिए।