नई दिल्ली. भारत में इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) पेटेंट्स गत 5 साल में 6 गुना बढ़ा है। यह बात उद्योग संघ नैसकॉम ने शुक्रवार को अपनी एक नई रिपोर्ट में कही है। नैसकॉम ने कहा कि इनमें से 80 फीसदी से ज्यादा पेटेंट्स चौथी औद्योगिक क्रांति (इंडस्ट्री 4.0) से संबंधित एप्लिकेशंस से जुड़े हुए हैं। सबसे ज्यादा पेटेंट्स हेल्थकेयर और वाहन उद्योग से संबंधित हैं।
पिछले 5 साल में 5,000 से ज्यादा आईओटी पेटेंट्स दाखिल हुए
आईओटी : ड्र्राइविंग द पेटेंट ग्रोथ स्टोरी इन इंडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2009 से 2019 के बीच 6,000 आईओटी पेटेंट्स दाखिल हुए। इनमें से 5,000 से ज्यादा पेटेंट पिछले 5 साल में दाखिल हुए हैं। आईओटी पेटेंट्स में 70 फीसदी से ज्यादा कंपनियों के रिसर्च एंड डेवलपमेंट केंद्रों ने दाखिल किए। आईओटी पेटेंट्स में स्टार्टअप्स का योगदान करीब 7 फीसदी रहा।
करीब 95 फीसदी आईओटी पेटेंट्स का संबंध हार्डवेयर कंपानेंट्स से
करीब 95 फीसदी आईओटी पेटेंट्स का संबंध हार्डवेयर कंपानेंट्स से रहा। इनमें सबसे ज्यादा पेटेंट्स कनेक्टिविटी नेटवर्क एंड सेंसर्स से संबंधित रहे। 2009 से 2019 के बीच कारोबारी इकाइयों द्वारा जितने आईओटी पेटेंट दाखिल हुए उनमें इलेक्ट्र्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्र्रिक उपकरणों, सेमीकंडक्टर डिवाइसेज और कंप्यूटर और टेलीकॉम उपकरणों की निर्माता कंपनियों द्वारा दाखिल पेटेंट्स का अनुपात 60 फीसदी से ज्यादा है। आईटी और आईटी से संबंधित कंपनियों द्वारा दाखिल पेटेंट्स का अनुपात 13 फीसदी है।