नई दिल्ली. तस्वीर नई दिल्ली के झंडेवालान मंदिर की है। मंदिर की दीवारों को कर्मचारी सैनिटाइज कर रहा है। देश के धर्मस्थलाें काे श्रद्धालुओं के लिए खाेलने की घाेषणा और गाइडलाइन जारी हाेने के बाद शुक्रवार से अधिकतर धर्मस्थलाें में साफ-सफाई शुरू हाे गई। गाइडलाइन के अनुसार तैयारी करने के लिए व्यवस्थाएं हाेती रहीं। कई स्थानाें पर मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च के बाहर सैनिटाइज टनल बनाई जा रही है, ताकि प्रवेश के वक्त उन्हें सैनिटाइज किया जा सके। ज्यादातर धर्मस्थलाें में साेशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए गाेले बनाए गए।
तस्वीर गुजरात के सूरत की है। अनलॉक-1 में जब 1 जून से मिल और फैक्ट्रियां शुरू हुई तो हालात उलट बनने लगे हैं। डाइंग-प्रिंटिंग मिलों को श्रमिकों की कमी खलने लगी है। मिलों में 25 प्रतिशत श्रमिक ही बचे हैं। ऐसे में मिल मालिक श्रमिकों को वापस लाने के लिए ऑफर दे रहे हैं।
सांभरलेक के बाद चंदलाई बांध फ्लेमिंगो की पहली पसंद
तस्वीर राजस्थान के चौमू की है। फ्लेमिंगो यानी राजहंस की जिले में सांभर लेक के बाद चंदलाई बांध पहली पसंद है। हो भी क्यों न। यहां उनको पर्याप्त भोजन के अलावा अनुकूल वातावरण जो मिलता है। लाखों किलोमीटर की दूरी तय कर ये फ्लेमिंगो सर्दी के मौसम में भारत आते है और यहां चार-पांच माह प्रवास करते है।
बिना किसी मदद के ट्रेन में ही बच्चे को दिया जन्म
तस्वीर छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे ओडिशा के टिटिलागढ़ की है। लिंगमपाली ( तेलंगाना) से चलकर बलांगीर जा रहे श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मजदूर महिला ने गुरुवार रात को बिना किसी मदद के बच्चे को जन्म दिया। ट्रेन शुक्रवार को सुबह 5:40 बजे टिटिलागढ़ स्टेशन पहुंची तो रेलवे सुरक्षा बल के जवानों को प्रसूता के परिवार ने इसकी जानकारी दी। इसके बाद महिला और बच्चे को 102 से सब डिविजनल रेलवे हॉस्पिटल टीटलागढ़ भेजा गया। फिलहाल दोनों स्वस्थ हैं।
तपती गर्मी में राहत की बारिश
तस्वीर राजस्थान के बाड़मेर की है। शुक्रवार को शहर में बारिश हुई। इस दौरान महाबार रोड पर बारिश का आनंद उठाते बच्चे ।
क्वारैंटाइन परिजन को बस से उतारा तो रोने लगी बच्ची
तस्वीर चंडीगढ़ की है। यहां बापूधाम के लोगों को क्वारैंटाइन किया जा रहा था। लोगों ने जब सेंटर पर सुविधाओं की मांग की तो उनसे 1500 रुपए मांगे गए। पैसों को लेकर हंगामा हुआ तो सब बस से उतर गए। इस पर एक बच्ची को रोना आ गया।
मौसम बदला तो बन गया इंद्रधनुष
तस्वीर बीकानेर की है। विश्व पर्यावरण दिवस के दिन बीकानेर में सूरज के पास आए बादलों के कारण इंद्रधनुष बन गया। मानो लॉकडॉउन के कारण प्रदूषण कम होने से पर्यावरण खुश हो गया।
बिजली की लाइव तस्वीर
तस्वीर बांसवाड़ा जिले की है। जिले के कई इलाकों में शुक्रवार रात को तेज हवा के साथ तेज बारिश हुई। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36 और न्यूनतम 25 डिग्री दर्ज किया। इस साल पहली बार जून में आद्रता 84% हुई, जो अब तक सबसे ज्यादा है।
छोटे बच्चों ने खुद हटाए बांस के डंडे
तस्वीर चंडीगढ़ की है। यहां के सेक्टर 30 बी को जैसे ही शुक्रवार शाम को खोला गया तो छोटे-छोटे बच्चे जो पिछले कई दिनों से घरों में बंद थे उन्होंने खुद ही अपने-अपने घरों के बाहर लगे बांस के डंडों को खोलना शुरू कर दिया। यहां मकान नंबर 1684 में रहने वाली दो बच्चियां रूहानी और उसकी बहन ने भी सीलिंग के लिए लगाए गए डंडों को हटाया और मां से कहा कि मैदान में लेकर चलें।
अंधविश्वास: महिलाओं ने की कोरोना देवी की पूजा
तस्वीर बिहार के मुजफ्फरपुर की है। कोरोना महामारी के बढ़ते कहर के बीच राज्य के अलग-अलग जिलों से अंधविश्वास की खबरें भी सामने आ रही हैं। कोरोना को लोगों ने देवी मानकर उसकी पूजा भी शुरू कर दी है। शुक्रवार को ज्येष्ठ पूर्णिमा थी। इस मौके पर महिलाएं कोरोना देवी की पूजा करने पहुंच गई।