अमेठी. उत्तर प्रदेश सरकार में गन्ना विकास एवं चीनी मिल राज्यमंत्री सुरेश पासी के एक बोर्ड को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अमेठी में जगदीशपुर के जाफरगंज बाईपास पर लगाए द्वार पर उन्होंने महाराणा प्रताप पर टिप्पणी करने वाला बोर्ड लगाया। कांग्रेस एमएलसी ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की और अल्टीमेटम दिया। विवाद बढ़ने के बाद प्रशासन ने इस बोर्ड को तत्काल हटा दिया है। हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर
मंत्री सुरेश पासी ने बुधवार को ही सोशल मीडिया पर लिखा कि भाई साहब मिस प्रिंट हो गया है सही हो जाएगा।
सम्राट महाराणा प्रताप द्वार पर जगदीशपुर से विधायक सुरेश पासी ने एक बोर्ड लगवाया। इस बोर्ड पर उन्होंने लिखावाया, 'समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है।' उनकी इस लाइन पर विवाद हो गया। राजपूत समाज ने इसे आपत्तिजनक बताया और कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने विरोध दर्ज कराया।
दीपक सिंह ने कहा, 'गंदी विचारधारा वाले'
दीपक सिंह ने कहा, 'शौर्य पराक्रम वीरता की पहचान महाराणा प्रताप ने समय बलवान होने के कारण नहीं बल्कि स्वाभिमान के कारण घास की रोटी खाई थी। सुरेश पासी ने जो बोर्ड लगवाया उससे हमारे गौरवशाली इतिहास का अपमान हुआ है। यह बोर्ड उस विचारधारा की गंदी सोच है जिन्होंने लिखित माफी मांगकर अंग्रेजों की अधीनता स्वीकार कर ली थी।'
जिला प्रशासन को लिखा पत्र
दीपक सिंह ने कहा कि मंत्री की विचारधारा उन लोगों के है जो अभी तक कांग्रेस के महापुरुषों का अपमान करती थी। अमेठी में कीचड़ से अनाज की बात कहकर अपमानित करती थी। अब उनकी विचारधारा इतना नीचे गिर गई है। महाराणा प्रताप का ऐसा अपमान अब बर्दाश्त नहीं होगा। कांग्रेस एमएलसी ने डीएम को अल्टीमेटम दिया कि अगर तत्काल इस बोर्ड को नहीं हटाया गया तो वह स्वंय जाकर इसे हटा देंगे।