मुंबई. चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के पश्चिमी विदर्भ इलाके में अब कमजोर पड़ने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि अब ये पूर्वी और उत्तर-पूर्वी इलाकों की तरफ बढ़ते हुए शाम तक और कमजोर होगा। निसर्ग के असर को देखते हुए आज मध्यप्रदेश के 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।
मुंबई से 50 किलोमीटर पहले तूफान ने रास्ता बदला
निसर्ग तूफान ने बुधवार को महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में नुकसान पहुंचाया। रायगढ़ में एक और पुणे में दो लोगों की मौत हो गई। तेज हवा से सैंकड़ों पेड़ गिर गए और कई घरों को नुकसान हुआ। 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चली और कई इलाकों में जमकर बारिश हुई। राहत की बात ये रही कि मुंबई से 50 किमी पहले ही तूफान ने समुद्र में रास्ता बदल लिया। इससे बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
एक लाख लोग सुरक्षित इलाकों में पहुंचाए गए थे
अरब सागर में उठा तूफान बुधवार दोपहर 12:30 बजे रायगढ़ के अलीबाग में समुद्र तट से टकराया। यह इलाका मुंबई से 95 किमी दूर है। तूफान के दौरान बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 43 टीमें तैनात थीं। 21 महाराष्ट्र और 16 गुजरात में थीं। दोनों राज्यों के तटवर्ती इलाकों में रहने वाले 40-40 हजार लोग पहले ही सुरक्षित इलाकों में पहुंचाए दिए गए थे। दमन और दीव में करीब 20 हजार लोगों को निकालकर शेल्टर होम्स पहुंचाया गया।
निसर्ग के असर से मध्यप्रदेश में बारिश
निसर्ग तूफान के असर से भोपाल समेत मध्यप्रदेश के 34 शहरों में बुधवार को बारिश हुई। राजधानी में दिन का तापमान सामान्य से 8 डिग्री नीचे 32.8 डिग्री पर पहुंच गया। बीते 24 घंटे में बालाघाट के किरनापुर में सवा दो इंच, छिंदवाड़ा के पांढुर्णा और नीमच जिले के जावद में 1-1 इंच बारिश हुई। भोपाल में आज भी बारिश हो रही है। इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर और सागर संभागों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।