वॉशिंगटन. अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत के बाद 8 दिन से प्रदर्शन जारी है। भारी संख्या में सुरक्षाबल के तैनात होने के बाद हिंसा कम हुई है। हालांकि, देश के कई राज्यों में शांतिपूर्ण ढंग से अब भी प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि मेरी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के बाद अश्वेत समुदाय के लिए सबसे ज्यादा काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘अश्वेतों के कॉलेजों के लिए फंड की गारंटी दी, क्रिमिनल जस्टिस रिफॉर्म लाया गया। देश में अश्वेतों में बेरोजगारी, गरीबी और अपराध दर सबसे कम है।’ उन्होंने डेमोक्रेट्स के जो बिडेन पर पिछले 40 साल में अश्वेतों के लिए कुछ भी नहीं करने का आरोप भी लगाया।
लॉस एंजिल्स में नेशनल गार्ड की मौजूदगी में प्रदर्शन
प्रदर्शन को देखते हुए देश के 40 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है। लॉस एंजिल्स में कर्फ्य लागू होने और नेशन गार्ड्स की मौजूदगी के बावजूद शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया गया। विरोध कर रहे लोग पुलिस मुख्यालय और सिटी हॉल के सामने भारी संख्या में जुटे। प्रदर्शन के दौरान लॉस एंजिल्स के मेयर एरिक गार्केटी सम्मान में घुटनों के बल बैठे नजर आए। पोर्टलैंड में 10 हजार से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शन किया। इस बीच सिएटल ने कर्फ्यू 6 जून तक बढाने की घोषणा की। न्यूयॉर्क के मेयर बिल डे ब्लासियो ने भी इसे 7 जून तक बढ़ाने का फैसला किया। कई दूसरे राज्य भी इस पर विचार कर रहे हैं।
पुलिस प्रदर्शनकारियों पर केमिकल का इस्तेमाल कर रही
कई राज्यों में पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों पर केमिकल और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया। पुलिस का कहना है कि वे लूट और हिंसा रोकने के लिए ऐसा करने पर मजबूर हैं। वहीं, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस बेवजह ऐसा कर रही है। देश के कई हिस्सों से ऐसे वीडियो फुटेज और तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें पुलिस रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले दागते नजर आ रही है। नॉर्थ कैरोलिना में प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए केमिकल एजेंट का इस्तेमाल किया गया। यहां प्रदर्शनकारी को एआर राइफल और 30 राउंड मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया।
ज्यादती करने वाले पुलिसकर्मियों पर हो रही कार्रवाई
एटलांटा में भी पुलिस की प्रदर्शनकारियों से ज्यादती सामने आई। यहां पुलिस को कार में बैठे दो प्रदर्शनकारियों को उनकी कार से घसीट कर बाहर निकालते देखा गया। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने पहले कार का कांच तोड़ डाला, इसके बाद प्रदर्शनकारियों को बाहर निकालकर उनसे बदसलूकी की। इसमें शामिल दोनों पुलिसकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। लुइसविल, केंटकी में दो पुलिसकर्मियों को एक व्यक्ति को शूट करने के बाद सेवा से हटा दिया गया। इन पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के दौरान अपना बॉडी कैमरा एक्टिवेट नहीं किया था। उटाह में एक प्रदर्शनकारी को बेरहमी से लाठियों से पीटने के मामले में जांच की जा रही है।