रायपुर। प्रदेश में कोल माफिया, शराब माफिया, जमीन माफिया और रेत माफिया हावी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईडी के खिलाफ अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री इतने विचलित क्यों है? उनके बयान से ऐसा लगता है कि वह भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षित कर रहे हैं?
जिन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है उनको अभी तो निलंबन कार्यवाही क्यों नहीं हुई? जिन विभागों में भ्रष्टाचार उजागर हुआ है वहां में पदस्थ अधिकारियों को अभी तक क्यों नहीं हटाया गया और उन पर निलंबित कार्रवाई क्यों नहीं की?
कोरबा की तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू पर उनके ही विभाग के राजस्व मंत्री ने आरोप लगाया था कि यह प्रदेश की सबसे भ्रष्ट कलेक्टर है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री के संरक्षण में भ्रष्टाचार चलता रहा। उनके विभाग के मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। देश में कहीं भी ऐसा दृश्य देखने को नहीं मिलेगा।